मधेपुरा: आईसीटी इंस्ट्रक्टर जिला संघ मधेपुरा इकाई द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय का घेराव किया गया. इस मौके पर जिला आईसीटी इंस्ट्रक्टर द्वारा माध्यमिक शिक्षा निदेशक के विरुद्ध नारेबाजी भी की गई. वही नारेबाजी के क्रम में आईसीटी इंस्ट्रक्टर ने कहा की हमारी मांगे पूरी करो, आईसीटी इंस्ट्रक्टर को हटाने का पत्र निरस्त करो. आईसीटी संघ के जिलाध्यक्ष चंद्रमणि कुमार ने बताया कि हमलोग जिला शिक्षा पदाधिकारी से मिलने एवं उनको अपनी मांगों के पत्र सौंपने गए थे. परंतु जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में मौजूद नहीं थे. पहले तो कर्मियों ने बताया कि आपलोग का आवेदन नहीं लिया जाएगा. लेकिन जब आईसीटी इंस्ट्रक्टर जिला शिक्षा पदाधिकारी से मिलने की जिद करने लगे.
बाद में आईसीटी इंस्ट्रक्टर के आक्रोश में आने के बाद आनन-फानन में शिक्षा विभाग के कर्मियों ने पत्र को स्वीकार करते हुए दोपहर तीन बजे अधिकारी से मिलने की बात कही. मांग पत्र में आईसीटी इंस्ट्रक्टर ने कहा कहा हमलोग का हटाने का पत्र निरस्त किया जाय. हमलोग का बिहार सरकार में समायोजन किया जाय. हमलोग का भुगतान ससमय किया जाए. हमलोग का वेतन सम्मानजनक किया जा. बता दें इंस्ट्रक्टर के घंटो इंतजार के बाद भी अधिकारी कार्यालय में उपस्थित नहीं हुए. आईसीटी इंस्ट्रक्टर ने बताया की हमलोग के साथ सरकार का दोहरा चरित्र देखने को मिल रहा है. कर्मियों के द्वारा बताया गया की इसमें यह निर्णय लिया गया की सभी आईसीटी इंस्ट्रक्टर के साथ अत्याचार किया जा रहा है.
हम लोगों को अपर मुख्य सचिव के के पाठक के आदेश अनुसार विभिन्न एजेंसियों के द्वारा 5 से 6 वर्ष के अनुबंध के लिए की गई थी. लेकिन जबकि पिछले दिनों 10 फरवरी 2024 को माध्यमिक शिक्षा निर्देशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव द्वारा सभी आईसीटी इंस्ट्रक्टर को 31 मार्च के बाद हटाने का निर्देश दिया है. इस मौके पर उपाध्यक्ष कुंदन कुमार, सचिव प्रभाष कुमार, महासचिव अंका कुमारी, तृप्ति कुमारी, भारती कुमारी, सुमित कुमार, मनोज कुमार, अमरसेन, संदीप कुमार, मुकेश कुमार, मोहम्मद कुर्बान, गौतम कुमार, अजीत कुमार, सूर्यराज, आलोक कुमार,अरुण कुमार, राहुल कुमार, सुमन कुमार, रूबी कुमारी सहित अन्य मौजूद थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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