युवा राजनीतिक विश्लेषक राठौर ने कहा कि पहली बार बीजेपी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने से एनडीए गठबंधन के सहयोगी दलों का कद बढ़ेगा और किसी भी प्रकार के फ़ैसले में सबों की सहमति बनानी पड़ेगी जो पिछले दो सरकारों में देखने को नहीं मिली. खासकर नीतीश कुमार और चंद्र बाबू नायडू को हमेशा खास महत्व रहेगा. वहीं राठौर ने लम्बे समय बाद कांग्रेस की सम्मानजनक स्थिति और इंडिया गठबंधन की मजबूत वापसी का श्रेय राहुल गांधी के इस बार की मुद्दों की राजनीति और गंभीरता को दिया है और कहा कि बहुत हद तक राहुल पप्पू के लेबल से बाहर निकले और उनका कद बढ़ा है. बिहार में इंडिया गठबंधन की दयनीय स्थिति को अंत अंत तक आपसी सहमति का अभाव रहा. वहीं राठौर ने निर्दलीय रहते हुए जीत दर्ज करने वाले पप्पू यादव को आने वाले समय में बिहार की राजनीति में महत्वपूर्ण होने की बात कही.
राठौर ने लोकसभा चुनाव के परिणामों की विवेचना करते हुए कहा कि इस बार का परिणाम बहुत ही नजदीकी रहा है सरकार और विपक्ष दोनों के पास सत्ता में रहने का मौका रहेगा. एनडीए अगर गठबंधन धर्म निभाने में थोड़ी भी चूक करेगी तो नीतीश कुमार और चंद्र बाबू नायडू की नाराजगी महंगी साबित होगी और वैसी परिस्थिति में दोनों अगर इंडिया गठबंधन से जुड़ते हैं तब जहां सरकार बनने की स्थिति बनेगी वहीं राहुल गांधी के पीएम बनने के मौके होंगे. इसलिए आने वाले कुछ समय जहां बहुत महत्वपूर्ण होंगे वहीं बीजेपी और मोदी जी की अग्निपरीक्षा भी होगी. इस बार के चुनाव में अयोध्या और यूपी में बीजेपी को झटका और कई दिग्गजों की हर भारत के मजबूत और आदर्श लोकतंत्र होने की बानगी रही.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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