मधेपुरा: समाजवादी नेता व मंडल मसीहा कहे जाने वाले पूर्व केंद्रीय शरद यादव की जयंती उनके निज आवास पर इंडिया गठबंधन के तत्वाधान में आयोजन किया गया. जयंती समारोह में कोसी व सीमांचल के कई समाजवादी नेता जुटे. मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेन्द्र प्रसाद यादव ने उनके पुत्र शांतनु यादव के साथ शरद यादव की प्रतिमा के समक्ष माल्यार्पण किया. मौके पर उन्होंने कहा कि शरद यादव सामाजिक न्याय के योद्धा थे. उनको जीवन भर संघर्ष करनी पड़ी. कठिन से कठिन परिस्थितियों में राजनीतिक विपत्ति आने के बाद भी उन्होंने अपनी हिम्मत नहीं हारी. भारतीय राजनीतिक में शरद यादव 50 सालों तक सक्रिय रहे. जनता दल यूनाइटेड नाम की पार्टी बनाई और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में बिहार के विकास में अपनी अहम भूमिका निभाई. शरद यादव भारतीय राजनीति में रहकर तीन राज्यों का उन्होंने प्रतिनिधित्व किया.
मधेपुरा, सहरसा, सुपौल में चहुंमुखी विकास करने का काम किया
शांतनु यादव पुत्र शांतनु यादव ने कहा कि पिताजी केंद्रीय राजनीति में रहकर भी मधेपुरा लोकसभा को अपना कर्म भूमि बनाया। मधेपुरा संसदीय क्षेत्र से कई बार सांसद के रूप में लोकसभा एवं राज्यसभा का प्रतिनिधित्व किए. भारत सरकार में मंत्री रहकर कोसी के इलाकों में खासकर मधेपुरा, सहरसा, सुपौल में चहुंमुखी विकास करने का काम किया. मेरे पिता की ही देन है कि कोसी में आज एनएच 106 और 107 है. मौके पर शरद यादव की धर्मपत्नी रेखा यादव, सहरसा के पूर्व विधायक अरुण यादव, पूर्व विधायक यदुवंश यादव, पूर्व विधायक रामकुमार यादव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सतेन्द्र यादव, राजद प्रखंड युवा उपाध्यक्ष नीतेश कुमार, राजेंद्र यादव, तेजनारायण यादव, देवकिशोर यादव, डॉ. बिजेंद्र कुमार, यशवंत राणा, डॉ. अमरेश आदि थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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