मधेपुरा: बीएनएमयू में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा राज्यव्यापी एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया. स्नातक सेमेस्टर सिस्टम की वजह से बढ़ी हुई फीस एवं शैक्षणिक अराजकता सहित अन्य मामलों को लेकर परिषद कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को धरना देकर कुलसचिव को मांग पत्र सौंपा. परिषद के प्रदेश मंत्री अभिषेक यादव ने कहा कि पहले स्नातक की पढ़ाई लोग चार से पांच हजार में पूरी कर लेते थे. अब सेमेस्टर सिस्टम और नई शिक्षा नीति के तहत लागू फीस प्रणाली के कारण अब एक सेमेस्टर में तीन से चार हजार छात्र छात्राओं को लग रहे हैं. इस हिसाब से 8 सेमेस्टर की पढ़ाई करने में काम से कम 30 से 35 हजार रुपए तक खर्च होगी. बिहार जैसे गरीब क्षेत्र में इतना फीस रखना कहीं से उचित नहीं है.
उन्होंने कहा कि राज्यपाल को कुछ लोगों ने दिग्भ्रमित करके इस फीस स्ट्रक्चर को लागू करवाया है. यह वही लोग हैं जो एसी कमरों में बैठकरछात्र- छात्राओं का आर्थिक शोषण करते हैं. राज्य की गरीब छात्र-छात्राओं से उनके पढ़ने का अधिकार छीनने का काम कुछ शिक्षा माफिया निजी महाविद्यालयों को फायदा पहुंचा रहे हैं. दुर्भाग्य है कि कुलाधिपति भी ऐसे लोगों से घिर चुके हैं. प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रंजन यादव ने कहा कि मंडल विश्वविद्यालय में निजी महाविद्यालय को अभी तक ऑनलाइन फीस भुगतान करने की सुविधा नहीं दी गई है. वहीं उन्होंने कहा कि मंडल विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय में नियुक्त शिक्षकों की शैक्षणिक अर्हता एवं प्रमाण पत्रों की जांच को लेकर कई बार समिति बनी लेकिन हर बार मामला को टाल दिया गया.
जबकि इन विभागों में कई ऐसे लोग हैं जो फर्जी डिग्री के सहारे शिक्षा संकाय संकाय में नौकरी कर रहे हैं. उनके जांच के लिए अविलंब पहल किए जाएं. विभाग संयोजक सौरभ यादव ने कहा कि बीएन मंडल विश्वविद्यालय के अंगीभूत महाविद्यालय में अभी भी बहुत से प्रायोगिक विषयों की पढ़ाई नहीं होती है. जिस कारण छात्र-छात्राओं को निजी महाविद्यालयों पर निर्भर होना पड़ता है. इससे उनका शोषण जमकर होता है. जिला संयोजक सुपौल एवं जिला संयोजक सहरसा ने संयुक्त रूप से बयान जारी करते हुए कहा कि वोकेशनल एवं प्रोफेशनल कोर्सेस में अभी भी नामांकन और परीक्षा प्रपत्र ऑफलाइन लिया जाता है. जिसके कारण छात्र-छात्राओं से अवैध वसूली होती है. सभी वोकेशनल एवं प्रोफेशनल कोर्स में नामांकित छात्राओं का भी ऑनलाइन भुगतान की व्यवस्था की जानी चाहिए.
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आमोद आनंद ने कहा कि स्नातक तृतीय खंड के परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद बहुत से छात्रों का परीक्षा परिणाम लंबित है जिस वजह से कई सारे छात्र छात्रों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. मौके पर समीक्षा यदुवंशी, जिला संयोजक नवनीत सम्राट, नगर मंत्री अंकित आनंद, राजू सनातन, संजीव, अंशु, अजय, शानू भारद्वाज, रवि रंजन, प्रिंस, नीरज, शिवजी, रंजीत, सनी श्रीवास्तव, नीतीश सिंह यादव, शंकर कुमार, मोनू झा, कृष्णकांत गुप्ता, मनदीप कुमार, सौरभ कुमार सिंह, अंशु कुमार, वरुण गुप्ता, गणेश यादव, तन्मय राज, आनंद गुप्ता, कश्यप, मनीष, शिवम आदि उपस्थित थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
पब्लिसिटी के लिए नहीं पब्लिक के लिए काम करना ही पत्रकारिता है....