मधेपुरा: सदर प्रखंड अंतर्गत धुरगांव वार्ड नंबर 12 निवासी घोलट ऋषिदेव ने 21 जून को भर्राही ओपी में आवेदन देकर बेटी के गुम हो जाने की शिकायत दर्ज करायी थी. आवेदन में घोलट ऋषिदेव ने बताया था कि 17 वर्षीय मेरी बेटी सबीता कुमारी मूक-बधिर है. वह 21 जून को छह बजे पूर्वाह्न से बिना बताये घर से निकल गयी है. उन्होंने बताया कि खोजबीन की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला. भर्राही ओपी में आवेदन देकर बेटी को खोजने की गुहार लगायी. उन्होंने बताया कि लगभग तीन महीने बीत जाने के बाद भी उनकी बेटी का कोई पता नहीं चल सका, फिर तीन सितंबर को संकल्प मैत्री फाउंडेशन के सदस्य भारतेंदु सिंघानिया को पश्चिम बंगाल के दिनाजपुर समाहरणालय के बगल में स्थित सूर्योदय चिल्ड्रेन होम एनजीओ के संचालक संजीव कुमार ने सबीता कुमारी के उनके एनजीओ में होने की जानकारी दी. सदस्य भारतेंदु सिंघानिया ने संकल्प मैत्री फाउंडेशन के संस्थापक सुनीत साना को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद सुनीत साना ने संस्था के फेसबुक पेज पर पोस्टकर यह सूचना लोगों को दी. पोस्ट करने के कुछ देर बाद ही सबीता कुमारी के परिजनों ने जारी नंबर पर फोनकर संपर्क किया. परिजनों ने संस्था के कार्यालय पहुंचकर सारी घटनाओं से अवगत कराया और जल्द ही कागजी प्रक्रिया पूरी कर सबीता कुमारी को घर लाने की तैयारी में जुट गये हैं. मंगलवार (10 सितंबर) को अनुमंडल पदाधिकारी के समक्ष सारी कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद सबीता कुमारी को परिजनों के हाथ सौंप दिया गया है. परिजन अरविंद कुमार ऋषि उर्फ निक्कू ने कहा कि इसके लिए मैं संकल्प मैत्री फाउंडेशन से जुड़े सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करता हूं. जो तीन महीने पहले गुम हुई बच्ची को उनके माता-पिता से मिलने में अपनी अहम भूमिका निभाई.
संस्थापक सुनीत साना कहा कि मानव सेवा ही हमारे संस्था का मुख्य उद्देश्य है. तीन महीने पहले गुम हुई बच्ची को उनके माता पिता से मिल कर उनके चेहरे पर खुशी देकर संस्था के सभी सदस्य गर्व महसूस कर रहे हैं. सबों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने गुम हुई बच्ची को माता-पिता से मिलने में हमारा साथ दिया.
(रिपोर्ट:- गरिमा उर्विशा)
पब्लिसिटी के लिए नहीं पब्लिक के लिए काम करना ही पत्रकारिता है....