मधेपुरा: सर्व नारायण सिंह राम कुमार सिंह महाविद्यालय सहरसा में विभिन्न शैक्षणिक समस्याओं व महाविद्यालय प्राचार्य द्वारा छात्राओं के साथ अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेताओं व कार्यकर्ताओं समेत महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बीएनएमयू कुलपति प्रो डा विमलेंदु शेखर झा को मांग पत्र सौंपा. मांग पत्र सौंपने से पूर्व कुलपति से मिलने को लेकर अभाविप नेता एवं कार्यकर्ता तथा छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय प्रशासन से नाराज हो गये और कुलपति कार्यालय में ही बैठकर कुलपति एवं विश्वविद्यालय प्रशासन व महाविद्यालय प्राचार्य के खिलाफ प्रदर्शन एवं नारेबाजी करने लगे. प्रदर्शन के दौरान मौजूद विभिन्न विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों एवं विभिन्न महाविद्यालय प्राचार्यों द्वारा अभाविप ने ताओं एवं कार्यकर्ताओं तथा छात्र छात्राओं को समझाने का प्रयास किया, लेकिन अभाविप नेता व कार्यकर्ता तथा छात्र-छात्राएं मानने को तैयार नहीं हुए. इसके बाद बीएनएमयू कुलपति प्रो डा विमलेंदु शेखर झा भी अभाविप नेताओं एवं कार्यकर्ताओं तथा छात्र छात्राओं से वार्ता करने पहुंचे. इस दौरान कुलपति एवं अभाविप नेताओं व कार्यकर्ताओं तथा छात्र-छात्राओं के बीच तीखी बहस भी हुई. जिरं जिसे वहां मौजूद अधिकारियों एवं प्राचार्यों ने शांत किया और सभी को कुलपति से वार्ता करने के लिए राजी किया. कुलपति ने वार्ता में सकारात्मक आश्वासन दिया.
मौके पर मौजूद अभाविप नेताओं एवं कार्यकर्ताओं तथा छात्र-छात्राओं ने कहा कि सहरसा के सर्व नारायण सिंह राम कुमार सिंह महाविद्यालय में सत्र -2023-27 के छात्र-छात्राओं को गलत तरीके से प्रमोटेड कर दिया गया, जो कि महाविद्यालय प्रशासन के संकीर्ण मानसिकता को दर्शाता है. साथ की छात्र-छात्राओं का शोषण एवं दोहन करने व छात्र-छात्राओं के भविष्य को बर्बाद करने की साजिश रची जा रही है. इन्हीं विषय को लेकर जब सभी छात्र-छात्राएं महाविद्यालय प्राचार्य से अपनी शिकायत को लेकर जाते हैं, तो उन्हें धमकाया जाता है और उसे निष्कासित करने की धमकी दी जाती है. अभाविप नेताओं ने कहा कि अभाविप के जिला सह-संयोजक कृष्णकांत गुप्ता के पिताजी से बॉन्ड लिखवाया गया कि महाविद्यालय कैंपस में किसी भी प्रकार के आंदोलन में कृष्णकांत गुप्ता महाविद्यालय परिसर में नहीं आयेंगे. कृष्णकांत गुप्ता आंदोलन में आते हैं तो उनके ऊपर कार्रवाई कर, केस कर देंगे. उन्होंने कहा कि जब भी प्राचार्य के पास कोई समस्या रखने के लिए हम लोग जाते हैं तो वह पुलिस प्रशासन को बुला लेते हैं और केस करने की धमकी देते रहते हैं. साथ ही हाथ उठाने का भी प्रयास किया जाता है. पूर्व में अभाविप के नगर मंत्री के ऊपर हाथ छोड़ा भी गया है.
मौके पर प्रदेश सह मंत्री मनीष चौपाल, विभाग संयोजक सौरभ यादव, विश्वविद्यालय राज्य संयोजक अमोद आनंद, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य संजीव सोनू, नगर अंकित आनंद, कृष्णकांत कुमार, गणेश कुमार, अंशु कुमार, तन्मय, कृष्णा, खुशी, अदिति, प्रिया, बुलबुल, राम कुमार, अभिनव, ज्योति, मुस्कान समेत अन्य उपस्थित थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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