मधेपुरा: नगर परिषद के वार्ड नंबर- 20 स्थित समाजसेवी-साहित्यकार डॉ. भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी के निवास 'वृंदावन' परिसर में गरीब, नि: सहाय, निर्धन, विधवा महिलाओं, विकलांगों एवं कैंसर पीड़ितों के बीच भीषण ठंड में मुक्तहस्त से लगभग सौ गरीबों के बीच दिनभर कंबल वितरित किया गया. डॉ. मधेपुरी ने कहा कि जरूरतमंदों की सहायता करने में उन्हें सुकून मिलता है. उन्होंने कहा कि मृत्युभोज एक कुरीति है. यह मानवता के नाम पर कलंक है. मृत्युभोज को नकारते हुए उन्हें गरीबों की सहायता करने में आंतरिक सुख व सुकून की अनुभूति होती है. माता-पिता एवं भाई व भाभी की मृत्यु के उपरांत मृत्यु भोज न करके वे 1997 से ही अभियान की तरह गरीबों के बीच प्रति वर्ष मकर संक्रांति के आस-पास भीषण ठंड में कंबल बांटते चले आ रहे हैं. गरीबों के चेहरे पर मुस्कान देखकर उन्हें आंतरिक सुख मिलता है.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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