मधेपुरा: भूपेन्द्र नारायण मण्डल विश्वविद्यालय(बीएनएमयू) मधेपुरा में छठा दीक्षांत समारोह-2025 का आयोजन 19 फरवरी को किया गया. जिसकी अध्यक्षता बिहार के महामहिम राज्यपाल सह कुलाधिपति आरिफ मोहम्मद खान ने की. कुलाधिपति की उपस्थिति में राजनीति विज्ञान विभाग के डॉ. सारंग तनय को पीएच.डी. की उपाधि दी गई. बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति आरिफ मोहम्मद खान की अध्यक्षता में सम्पन्न हुए छठे दीक्षान्त समारोह पर खुशी व्यक्त करते हुए डॉ सारंग तनय ने कहा कि आज का दिन बेहद खुशियों वाला है, आज वे जिस मुकाम पर खड़ा है. इनका सारा श्रेय माता- पिता, गुरुजनों व शुभचिंतकों के आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन को जाता है. मैं अपने प्राप्त ज्ञान, अनुभव एवं दक्षता के अनुरूप अपने समुदाय एवं आम जनता की भलाई तथा ज्ञान के उत्थान में उपयोग करूंगा. मालूम हो कि पूर्व रिसर्च स्कॉलर सारंग तनय को भूपेंद्र नारायण मण्डल विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की उपाधि मिली है. सारंग तनय ने "बिहार की राजनीति में सामाजिक न्याय से संबंधित प्रक्रियाओं का विश्लेषणात्मक अध्ययन" विषय पर अपना शोध कार्य किया है. 22 अगस्त 2024 को सारंग तनय का वॉयवा (मौखिकी परीक्षा) हुआ था. कुलपति प्रो.डॉ. बीएस झा के आदेश पर तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक प्रो. शशिभूषण ने 3 सितम्बर 2024 को अधिसूचना (नोटिफिकेशन) जारी किया गया. बाह्य परीक्षक के रूप में एसकेएम विश्वविद्यालय दुमका(झारखंड) की अंगीभूत इकाई केकेएम कॉलेज पाकुड़ के प्रधानाचार्य डॉ. युगल झा रहे.
इन्होंने केपी कॉलेज मुरलीगंज(मधेपुरा) के प्रधानाचार्य सह सीनेट-सिंडीकेट सदस्य डॉ. जवाहर पासवान के दिशा-निर्देशन में "बिहार की राजनीति में सामाजिक न्याय से संबंधित प्रक्रियाओं का विश्लेषणात्मक अध्ययन" विषय पर इन्होंने पीएचडी की डिग्री प्राप्त की. इनको पीएच.डी. की उपाधि/डिग्री बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति आरिफ मोहम्मद खान की उपस्थिति में दीक्षांत समारोह में प्राप्त होने पर शैक्षिक समाज/जगत में हर्ष का माहौल है. डॉ. सारंग तनय को पीएचडी उपाधि मिलने पर उन्होंने सभी का आभार जताया है.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
पब्लिसिटी के लिए नहीं पब्लिक के लिए काम करना ही पत्रकारिता है....