मधेपुरा: बीएन मंडल विश्वविद्यालय में शोधार्थी छात्र नेताओं के निलंबन और प्रशासन की कथित तानाशाही के खिलाफ शनिवार से छात्र न्याय सत्याग्रह शुरू हो गया है. छात्र संगठन एनएसयूआई, छात्र राजद, छात्र जदयू, एआईएसएफ और आइसा ने मिलकर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. छात्र संगठनों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से बिना शर्त दोनों छात्रों का निलंबन वापस लेने, रजिस्ट्रेशन पत्र देने और गाइड बहाल करने की मांग की है. छात्रों का कहना है कि उनकी मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा. गुरुवार को प्रदर्शनकारी छात्रों ने विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर कुलपति का पुतला फूंका. छात्रों ने कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई, तो वे आंदोलन को उग्र करेंगे. दो छात्र नेताओं अरमान अली और मौसम कुमारी ने 19 फरवरी को आत्मदाह की चेतावनी दी है. एनएसयूआई के पूर्व राष्ट्रीय संयोजक मनीष कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन को तानाशाही रवैया बंद करना चाहिए और छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए निलंबन तत्काल वापस लेना चाहिए. छात्र राजद के विवि अध्यक्ष सोनू यादव ने भी प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे अपने साथियों के न्याय के लिए अंतिम दम तक संघर्ष करेंगे. छात्र न्याय सत्याग्रह में छात्र राजद के विवि अध्यक्ष सोनू यादव, छात्र जदयू के विवि अध्यक्ष निखिल सिंह यादव, एआईएसएफ के छात्र नेता प्रभात रंजन, आइसा के जिला सचिव पावेल कुमार, सनोज यादव, छात्र राजद के नीतीश यादव, शैलेन्द्र कुमार, राजा कुमार, प्रशांत प्रभाकर, आइसा के एजाज अख्तर और राजकिशोर सहित अन्य छात्र नेता मौजूद रहे। छात्र संगठनों ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द ही सकारात्मक कदम नहीं उठाता है, तो आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज होगा.
बीएनएमयू के कुलसचिव प्रो. विपिन कुमार राय ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन से छात्र नेताओं से वार्ता हुई है. छात्रों को एफिडेविट देने के लिए कहा गया है कि दोबारा ऐसी गलती नहीं करेंगे. विवि हरसंभव छात्रों के हित के लिए कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि छात्रों को आंदोलन से नहीं रोका गया है. अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार करने से रोका गया है.
(रिपोर्ट:- मनीष कुमार)
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