शिक्षा जगत में उनका योगदान रहेगा अमूल्य - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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3 मार्च 2025

शिक्षा जगत में उनका योगदान रहेगा अमूल्य

मधेपुरा: भूपेन्द्र नारायण मण्डल विश्वविद्यालय के शैक्षणिक परिसर स्थित विश्वविद्यालय राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अर्जुन कुमार यादव के 28 फरवरी को सेवानिवृत्त होने पर विभाग में विदाई सह सम्मान समारोह हुआ. विदाई समारोह में स्टूडेंट्स ने डॉ अर्जुन को बुके,उपहार और मिठाई देकर सम्मानित किया. उन्होंने सबों से इस पल को अपनी यादों में संजोने का वादा किया. 1985 में पीएस कॉलेज मधेपुरा से अस्सिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में योगदान दिया, उसके बाद विश्वविद्यालय राजनीति विज्ञान विभाग में स्थानांतरित होकर आए. डॉ अर्जुन कुमार यादव लगभग दो वर्षों से विभागाध्यक्ष के रूप में सेवा दे रहे थे. उन्होंने लगभग 40 वर्षों तक शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए. अपने अनुशासन, ज्ञान और स्टूडेंट्स के प्रति समर्पण से एक आदर्श स्थापित किया. 
मौके पर डॉ अर्जुन कुमार यादव ने स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए कहा कि मैं विश्वविद्यालय सेवा से सेवानिवृत्त हुआ हूँ,लेकिन यह केवल एक आधिकारिक सेवानिवृत्ति है. मेरा जीवन हमेशा शिक्षक के रूप में आगे भी क्षेत्र के स्टूडेंट्स के लिए समर्पित रहेगा. उन्होंने कहा कि शिक्षक केवल क्लास में नहीं, बल्कि जीवनभर अपने स्टूडेंट्स के दिलों में रहते हैं. टीपी कॉलेज के अस्सिस्टेंट प्रो. मिथिलेश कुमार ने कहा कि डॉ अर्जुन कुमार यादव ने हमेशा न केवल ज्ञान, बल्कि स्टूडेंट्स को जीवन के महत्वपूर्ण मूल्यों और अनुशासन का पाठ पढ़ाया. विभाग के पूर्व रिसर्च स्कॉलर डॉ. सारंग तनय ने कहा कि आज के समय में डॉ अर्जुन जैसे शिक्षक बहुत कम मिलते हैंं. वे कभी भी विश्वविद्यालय में पदों/पदोन्नति के लिए किसी भी कुलपति या कुलसचिव का चक्कर लगाते नहीं दिखे, हमेशा पठन-पाठन व विभाग से खुद को जोड़े रखा. 
उन्होंने हमेशा शिक्षा को गंभीरता और मेहनत के साथ लिया, जिससे स्टूडेंट्स को न केवल शैक्षिक लाभ मिला, बल्कि जीवन व कैरियर बनाने की दिशा भी मिली. उनके साथ बिताए गए हर पल हमारे लिए प्रेरणादायक रहे हैं. अतिथि शिक्षक डॉ. कल्पना मिश्रा ने कहा कि डॉ अर्जुन कुमार यादव का व्यक्तित्व और उनकी कार्यशैली हमेशा स्टूडेंट्स के दिलों में जीवित रहेगी. विभागाध्यक्ष रहते इन्होंने जो अपनी छाप छोड़ी है, उन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता. विभाग के शोधार्थी स्वाती प्रिय, नंदन कुमार व राजेश कुमार ने कहा कि डॉ. अर्जुन यादव द्वारा पढ़ाये गए छात्रों ने अपने-अपने क्षेत्रों में बड़ी सफलता हासिल की है. उनकी शिक्षाओं ने उन्हें न केवल पेशेवर जीवन बल्कि,व्यक्तिगत जीवन में भी उत्कृष्टता की ओर मार्गदर्शन किया है. कार्यालय सहायक यतींद्र कुमार मुन्ना ने कहा कि डॉ अर्जुन यादव मिलनसार एवं व्यवहारिक शिक्षक रहे हैं. इनके कुशल व्यक्तित्व और प्रेरणादायक शिक्षण तरीके ने सैकड़ों स्टूडेंट्स को एक नई दिशा दी है.

(रिपोर्ट:- ईमेल)

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