सोमवार को पूरा शहर मैट्रिक परीक्षा एवं नामांकन के कारण जाम की समस्या से जुझता रहा. दृश्य यह रहा कि वाहन से चलने की बात तो दूर पैदल भी लोग नहीं चल पा रहे थे. शहर में जाम का भयानक मंजर बस स्टैंड से सदर ब्लॉक तक रहा. जाम को लेकर शहर मानों कुछ पल के लिए ठहर सी गयी हो. हैरानी की बात है कि हर रोज शहर में जाम की समस्या देखने को मिलती है इसके बावजूद भी प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठाती है. शहर में आए दिन वाहन की सख्या बढ़ती जा रही है लेकिन सुविधा में कोई बढ़त्तरी नहीं हुई है. 70 से 80 हजार की आबादी वाले शहर में अभी तक यातायात के कोई ठोस कानून व दिशा निर्देश जमीनी रूप से नहीं दिख रही है. यही कारण है कि बस स्टैंड पर गाड़ी का सड़क किनारे खड़ा रहना. कर्पूरी चौक पर पूर्व और अस्थायी स्टैंड बनना तथा मुख्य बाजार में बाड़ी चालक की मनमानी आसमान पर चढ़ा होना है. हैरानी की बात यह है कि ना तो जिला परिवहन विभाग न ही स्थानीय पुलिस ऐसे लोगों पर शिकंजा कस पा रही है.
(रिपोर्ट: मधेपुरा :- एस साना)
(रिपोर्ट: मधेपुरा :- एस साना)