अब नहीं गूँजेगी ओमपुरी की आवाज - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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7 जनवरी 2017

अब नहीं गूँजेगी ओमपुरी की आवाज

बॉलीवुड के मशहूर एक्टर ओम पुरी के निधन से जहाँ बॉलिवुड गमगीन है वहीं मधेपुरा के कलाकारों में शोक की लहर दौड़ गई है. नवाचार रंग मंडल के रंगकर्मियों ने शुक्रवार की शाम टाउन हॉल में दिवंगत ओम पुरी को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें अभिनय का मंझा हुआ कलाकार बताया. इस दौरान अध्यक्ष अमल कुमार सिंह ने बताया कि 18 अक्टूबर 1950 में हरियाणा के अम्बाला शहर में जन्म लेने वाले ओम पुरी ने अपने अभिनय से साबित कर दिया कि बॉलीवुड में सफल होने के लिए चेहरा नहीं अभिनय का गुर होना चाहिए. सचिव मो. शहंशाह ने बताया कि गोबिंद निहलानी निर्देशित फिल्म 'अ‌र्द्ध सत्य' के माध्यम से ओमपुरी ने अपनी भावपूर्वक व जोरदार अदाकारी से फिल्म जगत में एक नया अध्याय शुरू किया. संरक्षक संजय परमार ने बताया की ओमपुरी ने हास्य, मानवीय सहित अनेक तरह की भूमिकाएं निभाकर अपने को साबित किया और लाखों दिलों पर राज किया. संयुक्त सचिव सुनीत साना और दिलखुश ने कहा कि ओम पुरी ने अपने फ़िल्मी सफर की शुरुआत मराठी नाटक पर आधारित फिल्म ‘घासीराम कोतवाल’ से की थी. वर्ष 1980 में रिलीज फिल्म “आक्रोश” ओम पुरी के सिने करियर की पहली हिट फिल्म साबित हुई. श्रीकांत राय ने कहा कि उनके द्वारा बेमिसाल अदाकारी से श्रृंगारित फिल्में भूमिका, अरविंद देसाई की अजीब दास्तां, घायल, नरसिम्हा, रात, पतंग, द्रोह काल, चाची चार सौ बीस, गुप्त, प्यार तो होना हीं था, चाइना गेट, आस्था, माचिस, द घोस्ट एंड द डार्कनेस, माई सन द फेनाटिक, सच ए लांग जर्नी, ईस्ट इज ईस्ट, गदर एक प्रेम कथा, हेराफेरी, फर्ज सहित मराठी व कन्नड़ फिल्मों में शानदार अभिनय कर अपनी पहचान बनाई. श्रद्धांजलि सभा में रंगकर्मी अमित आनंद, मिथुन गुप्ता, अमित अंशु , बमबम कुमार, आतिफ, कार्तिक कुमार, गरिमा उर्विशा, प्रीति कुमारी, आशीष कुमार सत्यर्थी, विकास कुमार पलटू, रवि कुमार, मनु कुमार, सुमन, सोनल, आनंद, केसर, आदित्य ने भी ओम पुरी से जुड़ी यादों पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि ओम पुरी ने प्रारंभिक शिक्षा अपने ननिहाल पंजाब के पटियाला से पूरी की. 1976 में पुणे फिल्म संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ओमपुरी ने लगभग डेढ़ वर्ष तक एक स्टूडियो में अभिनय की शिक्षा दी. बाद में ओमपुरी ने अपने निजी थिएटर ग्रुप “मजमा” की स्थापना की. श्रद्धांजलि सभा के बाद सभी ने 2 मिनट का मौन रखकर दिवंगत कलाकार की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.
(रिपोर्ट: मधेपुरा:- एस साना)

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