मधेपुरा 03/01/2018
बीएनएमयू के शिक्षकों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों एवं अभिभावकों ने कुलपति डाॅ. अवध किशोर राय के पक्ष में आवाज बुलंद की है. मंगलवार की शाम टीपी. कॉलेज में कुलपति के सम्मान समारोह में बड़ी संख्या में लोग जुटे और सबों ने एक स्वर में कुलपति की कार्यप्रणाली की प्रशंसा की. वक्ताओं ने कहा कि डाॅ. अवध किशोर राय के 2 फरवरी 2017 को टीएमबीयू के प्रति कुलपति के पद से अवकाश ग्रहण करने के बाद एक साजिश के तहत गाड़ी खरीद मामले में इनका नाम जोड़ा गया. यह सरासर दुर्भावना से प्रेरित है.
उन्हें इस मामले में एक साजिश के तहत फंसाने का प्रयास किया जा रहा है. इस मामले में अप्राथमिकी अभियुक्त बनाने से कुलपति के प्रशंसकों को गहरा आघात लगा है. मालूम हो कि बिहार विश्वविद्यालय अधिनियम में प्रति कुलपति को कोई वित्तीय अधिकार नहीं है. प्रति कुलपति क्रय-विक्रय समिति एवं वित्त समिति के सदस्य भी नहीं होते हैं.
प्रति कुलपति के जिम्मे स्नातक स्तर तक की परीक्षाओं के संचालन की जिम्मेदारी है. साथ हीं उन्हें कुलपति से प्राप्त आदेशों का पालन करना होता है. वक्ताओं ने कहा कि कुलपति ने डीजीपी, बिहार; डीआइजी, भागलपुर; एसएसपी, भागलपुर एवं अन्य पदाधिकारियों को भी पूरे मामले में अपने पक्ष से अवगत कराया था. इसके बावजूद मीडिया में उनके खिलाफ एकतरफा रिपोर्टें आ रही हैं.
आरोप लगाने वाले उनके पक्ष को नहीं देख रहे हैं और न तो बिहार विश्वविद्यालय अधिनियम की संबंधित धाराओं को ही देख रहे हैं. अतः कुलपति के सभी शुभचिंतकों ने महामहिम कुलाधिपति से इस मामले में हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई है. सबों को यह विश्वास है कि महामहिम कुलाधिपति कुलपति के पक्ष को देखेंगे और पूरे मामले में न्याय करेंगे.
कुलपति पर कोई आंच नहीं आएगी और बीएनएमयू में बदलाव एवं विकास की अविरल धारा निरंतर प्रवाहित होती रहेगी. इस अवसर पर प्रति कुलपति डॉ. फारूक अली, डीएसडब्लू डॉ. अनिल कांत मिश्र, टी. पी. काॅलेज के प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ. जवाहर पासवान, सिंडीकेट सदस्य डॉ. सब्बीर हुसैन, डॉ. अजय कुमार, जिप अध्यक्ष नंदू देवी, पूर्व मंत्री राजेंद्र प्रसाद यादव, पूर्व विधायक परमेश्वरी प्रसाद निराला, डॉ. सचिदानंद यादव, डॉ. के. एन. ठाकुर, राम भजन मंडल, सुरेश प्रसाद यादव, डॉ. सुभाष प्रसाद सिंह, डाॅ. अशोक कुमार, डॉ. के. एस. ओझा, डॉ. रेणु सिंह, शैलेन्द्र कुमार, डॉ. कपिलदेव प्रसाद, डॉ. उदय कृष्ण, डॉ. भूपेन्द्र नारायण यादव, डॉ. नवीन कुमार, डॉ. नरेश कुमार, डॉ. सुधांशु शेखर आदि उपस्थित थे.
बीएनएमयू के शिक्षकों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों एवं अभिभावकों ने कुलपति डाॅ. अवध किशोर राय के पक्ष में आवाज बुलंद की है. मंगलवार की शाम टीपी. कॉलेज में कुलपति के सम्मान समारोह में बड़ी संख्या में लोग जुटे और सबों ने एक स्वर में कुलपति की कार्यप्रणाली की प्रशंसा की. वक्ताओं ने कहा कि डाॅ. अवध किशोर राय के 2 फरवरी 2017 को टीएमबीयू के प्रति कुलपति के पद से अवकाश ग्रहण करने के बाद एक साजिश के तहत गाड़ी खरीद मामले में इनका नाम जोड़ा गया. यह सरासर दुर्भावना से प्रेरित है.
उन्हें इस मामले में एक साजिश के तहत फंसाने का प्रयास किया जा रहा है. इस मामले में अप्राथमिकी अभियुक्त बनाने से कुलपति के प्रशंसकों को गहरा आघात लगा है. मालूम हो कि बिहार विश्वविद्यालय अधिनियम में प्रति कुलपति को कोई वित्तीय अधिकार नहीं है. प्रति कुलपति क्रय-विक्रय समिति एवं वित्त समिति के सदस्य भी नहीं होते हैं.
प्रति कुलपति के जिम्मे स्नातक स्तर तक की परीक्षाओं के संचालन की जिम्मेदारी है. साथ हीं उन्हें कुलपति से प्राप्त आदेशों का पालन करना होता है. वक्ताओं ने कहा कि कुलपति ने डीजीपी, बिहार; डीआइजी, भागलपुर; एसएसपी, भागलपुर एवं अन्य पदाधिकारियों को भी पूरे मामले में अपने पक्ष से अवगत कराया था. इसके बावजूद मीडिया में उनके खिलाफ एकतरफा रिपोर्टें आ रही हैं.
आरोप लगाने वाले उनके पक्ष को नहीं देख रहे हैं और न तो बिहार विश्वविद्यालय अधिनियम की संबंधित धाराओं को ही देख रहे हैं. अतः कुलपति के सभी शुभचिंतकों ने महामहिम कुलाधिपति से इस मामले में हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई है. सबों को यह विश्वास है कि महामहिम कुलाधिपति कुलपति के पक्ष को देखेंगे और पूरे मामले में न्याय करेंगे.
कुलपति पर कोई आंच नहीं आएगी और बीएनएमयू में बदलाव एवं विकास की अविरल धारा निरंतर प्रवाहित होती रहेगी. इस अवसर पर प्रति कुलपति डॉ. फारूक अली, डीएसडब्लू डॉ. अनिल कांत मिश्र, टी. पी. काॅलेज के प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ. जवाहर पासवान, सिंडीकेट सदस्य डॉ. सब्बीर हुसैन, डॉ. अजय कुमार, जिप अध्यक्ष नंदू देवी, पूर्व मंत्री राजेंद्र प्रसाद यादव, पूर्व विधायक परमेश्वरी प्रसाद निराला, डॉ. सचिदानंद यादव, डॉ. के. एन. ठाकुर, राम भजन मंडल, सुरेश प्रसाद यादव, डॉ. सुभाष प्रसाद सिंह, डाॅ. अशोक कुमार, डॉ. के. एस. ओझा, डॉ. रेणु सिंह, शैलेन्द्र कुमार, डॉ. कपिलदेव प्रसाद, डॉ. उदय कृष्ण, डॉ. भूपेन्द्र नारायण यादव, डॉ. नवीन कुमार, डॉ. नरेश कुमार, डॉ. सुधांशु शेखर आदि उपस्थित थे.