जब भी कोई मंत्री जी किसी क्षेत्र के दौरे पर निकलते हैं तो उस इलाके का कायाकल्प कार्यक्रम जोरों-शोरों से शुरू हो जाता है. दिन हो या रात काम करने वाले मजदूर के साथ-साथ समीक्षा करने वाले पदाधिकारीगण भी पूरे जोश के साथ भिड़े रहते हैं मगर इसके पहले किसी को कोई काम नहीं नजर आता.
आजकल शहर और शहर के आसपास के क्षेत्रों में कुछ यही नजारा देखने को मिल रहा है. ज्ञात हो कि सीएम द्वारा मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर प्रखंड के गौरीपुर में गुरुवार को विकास समीक्षा यात्रा है. जो काम वर्षों से गौरीपुर में नहीं हुई वह काम पिछले कुछ दिनों में हीं पूरा कर लिया गया है. सिंहेश्वर स्थित मवेसी हाट में सभा स्थल बनया गया है.
संपूर्ण गौरीपुर एवं सभा स्थल को दुल्हन की तरह सजाया गया है. पूरे सिंहेश्वर में सुरक्षा के ऐसे इंतजामात किये गये हैं कि परिंदा भी पर नहीं मर सकता है. जगह-जगह पुलिस बल पिछले दो दिनों से हीं तैनात कर दिये गये हैं. सीएम के समीक्षा यात्रा को लेकर सभा स्थल, हेलीपैड एवं गौरीपुर का लगातार जिलाधिकारी सहित सभी छोटे-बड़े पदाधिकारी जायजा लेते नजर आए.
जिससे कोई कमी ना रह जाए. असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए सभी थानाध्यक्षों को विशेष सक्रियता और निगरानी का निर्देश दिया गया है. मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान काम करने वाले मजदूरों का पंजीकरण करने का निर्देश दिया गया है, ताकि सुरक्षा में कोई चूक नहीं हो.
एसपी विकास कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुरक्षा के लिए उच्च अधिकारियों के अलावे 8 डीएसपी स्तर के पदाधिकारी, 15 इंस्पेक्टर, 107 सब इंस्पेक्टर, 800 पुलिस के जवान तैनात किए जाएंगे.
आजकल शहर और शहर के आसपास के क्षेत्रों में कुछ यही नजारा देखने को मिल रहा है. ज्ञात हो कि सीएम द्वारा मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर प्रखंड के गौरीपुर में गुरुवार को विकास समीक्षा यात्रा है. जो काम वर्षों से गौरीपुर में नहीं हुई वह काम पिछले कुछ दिनों में हीं पूरा कर लिया गया है. सिंहेश्वर स्थित मवेसी हाट में सभा स्थल बनया गया है.
संपूर्ण गौरीपुर एवं सभा स्थल को दुल्हन की तरह सजाया गया है. पूरे सिंहेश्वर में सुरक्षा के ऐसे इंतजामात किये गये हैं कि परिंदा भी पर नहीं मर सकता है. जगह-जगह पुलिस बल पिछले दो दिनों से हीं तैनात कर दिये गये हैं. सीएम के समीक्षा यात्रा को लेकर सभा स्थल, हेलीपैड एवं गौरीपुर का लगातार जिलाधिकारी सहित सभी छोटे-बड़े पदाधिकारी जायजा लेते नजर आए.
जिससे कोई कमी ना रह जाए. असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए सभी थानाध्यक्षों को विशेष सक्रियता और निगरानी का निर्देश दिया गया है. मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान काम करने वाले मजदूरों का पंजीकरण करने का निर्देश दिया गया है, ताकि सुरक्षा में कोई चूक नहीं हो.
एसपी विकास कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुरक्षा के लिए उच्च अधिकारियों के अलावे 8 डीएसपी स्तर के पदाधिकारी, 15 इंस्पेक्टर, 107 सब इंस्पेक्टर, 800 पुलिस के जवान तैनात किए जाएंगे.