मधेपुरा 10/01/2018
विश्वविद्यालय प्रशासन ने गुरूवार को विभिन्न समाचार पत्रों में एसएनएसआरकेएस काॅलेज, सहरसा केंद्र पर बीएड परीक्षा (द्वितीय वर्ष 2017) में कथिततौर पर कदाचार की खबरें प्रकाशित होने को गंभीरता से लिया है.
इस बावत गुरुवार को विश्वविद्यालय में एक समीक्षा बैठक कुलपति डाॅ. अवध किशोर राय की अध्यक्षता में संपन्न हुई. कुलपति ने कदाचरमुक्त परीक्षा के संचालन एवं त्रुटिरहित परीक्षाफल के प्रकाशन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दुहराई. उन्होंने कहा कि सभी परीक्षा केन्द्रों पर कदाचरमुक्त परीक्षा संचालन सुनिश्चित किया गया है. बैठक में प्रधानाचार्य डॉ. के. एस. ओझा ने कदाचर की खबरों का खंडन किया.
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के निर्देशानुसार वे कदाचारमुक्त परीक्षा संचालित करने हेतु प्रतिबद्ध हैं. बुधवार को महाविद्यालय में बीएड की परीक्षा भी पूर्णतः कदाचरमुक्त रही है. डाॅ. झा ने बताया कि बुधवार को इंटर की प्रायोगिक परीक्षार्थियों की तीन हजार से अधिक संख्या के कारण परिसर में विद्यार्थियों को थोड़ी दिक्कतें हुई,
लेकिन कहीं भी कदाचार को प्रश्रय नहीं दिया गया. प्रधानाचार्य ने बताया कि इंटरमीडिएट परीक्षा में दंडाधिकारी तो नियुक्त किया गया था, लेकिन पुलिस बल की तैनाती नहीं होने के कारण भारी भीड़ को नियंत्रित करने में कठिनाई हुई. इसके बावजूद केंद्राधीक्षक, पर्यवेक्षक एवं वीक्षकों ने कदाचरमुक्त परीक्षा का संचालन सुनिश्चित किया.
आगे कदाचारमुक्त परीक्षा हेतु और भी बेहतर इंतजाम किए जाएंगे. बैठक में प्रतिकुलपति डाॅ. फारूक अली, डीएसडब्लू डॉ. अनिलकांत मिश्र, परीक्षा नियंत्रक डॉ. नवीन कुमार, प्रधानाचार्य डॉ. के. एस. ओझा, पर्यवेक्षक डाॅ. सुनीलचंद्र मिश्र एवं महाविद्यालय परीक्षा नियंत्रक डॉ. संजय सिंह उपस्थित थे.
विश्वविद्यालय प्रशासन ने गुरूवार को विभिन्न समाचार पत्रों में एसएनएसआरकेएस काॅलेज, सहरसा केंद्र पर बीएड परीक्षा (द्वितीय वर्ष 2017) में कथिततौर पर कदाचार की खबरें प्रकाशित होने को गंभीरता से लिया है.
इस बावत गुरुवार को विश्वविद्यालय में एक समीक्षा बैठक कुलपति डाॅ. अवध किशोर राय की अध्यक्षता में संपन्न हुई. कुलपति ने कदाचरमुक्त परीक्षा के संचालन एवं त्रुटिरहित परीक्षाफल के प्रकाशन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दुहराई. उन्होंने कहा कि सभी परीक्षा केन्द्रों पर कदाचरमुक्त परीक्षा संचालन सुनिश्चित किया गया है. बैठक में प्रधानाचार्य डॉ. के. एस. ओझा ने कदाचर की खबरों का खंडन किया.
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के निर्देशानुसार वे कदाचारमुक्त परीक्षा संचालित करने हेतु प्रतिबद्ध हैं. बुधवार को महाविद्यालय में बीएड की परीक्षा भी पूर्णतः कदाचरमुक्त रही है. डाॅ. झा ने बताया कि बुधवार को इंटर की प्रायोगिक परीक्षार्थियों की तीन हजार से अधिक संख्या के कारण परिसर में विद्यार्थियों को थोड़ी दिक्कतें हुई,
लेकिन कहीं भी कदाचार को प्रश्रय नहीं दिया गया. प्रधानाचार्य ने बताया कि इंटरमीडिएट परीक्षा में दंडाधिकारी तो नियुक्त किया गया था, लेकिन पुलिस बल की तैनाती नहीं होने के कारण भारी भीड़ को नियंत्रित करने में कठिनाई हुई. इसके बावजूद केंद्राधीक्षक, पर्यवेक्षक एवं वीक्षकों ने कदाचरमुक्त परीक्षा का संचालन सुनिश्चित किया.
आगे कदाचारमुक्त परीक्षा हेतु और भी बेहतर इंतजाम किए जाएंगे. बैठक में प्रतिकुलपति डाॅ. फारूक अली, डीएसडब्लू डॉ. अनिलकांत मिश्र, परीक्षा नियंत्रक डॉ. नवीन कुमार, प्रधानाचार्य डॉ. के. एस. ओझा, पर्यवेक्षक डाॅ. सुनीलचंद्र मिश्र एवं महाविद्यालय परीक्षा नियंत्रक डॉ. संजय सिंह उपस्थित थे.