विकास कार्य को देखकर काफी खुश हूँ: सीएम - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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4 जनवरी 2018

विकास कार्य को देखकर काफी खुश हूँ: सीएम

विकास समीक्षा यात्रा के दौरान गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर प्रखंड के गौरीपुर पहुंचे. आयोजित सभा के दौरान बिहार में चल रहे सात निश्चय कार्यक्रम को क्रेंद्र बिंदु बनाते हुए कहा कि पहले सुखासन और अब गौरीपुर के हर घर में नल का जल पहुंच रहा है. सभी घरों के आगे शौचालय है. यहां गांवों के हर टोले में पक्की सड़क व नाली का निर्माण हो गया है. इसी तर्ज पर चार साल के अंदर जिले के सभी गांवों का विकास होगा.
                                उन्होंने कहा कि गौरीपुर के वार्ड संख्या-9 एवं 10 में हुए विकास कार्य को देखकर मैं काफी खुश हूँ. साथ हीं उन्होंने कहा कि गौरीपुर के तर्ज पर हीं बिहार के सभी गाँवो का भी विकास होना है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे बिहार में हर गली सड़क का निर्माण होगा. जिससे लोग बिना पांव में कीचड़ लगाए हुए कहीं आ जा सकेंगे. पहले गांव में सड़क तो बन जाती थी लेकिन गाँव में भी छोटे टोले-मोहल्ले होते हैं. वहां के लोग पक्की सड़कों से वंचित रह जाते थे.
उन्होंने कहा सात निश्चय के तहत गाँव के छोटे टोले में भी पक्की सड़कों का निर्माण किया जाएगा. वहीं लोगों को शुद्ध पानी के लिए नल के जल की व्यवस्था की गई है. जहां आयरन प्रभावित गांव है, वहां नल के जल के लिए पीएचईडी को दायित्व सौंपा गया है. जबकि अन्य जगहों पर ग्राम पंचायतों को यह दायित्व सौंपा गया है. अगले चार सालों के भीतर सात निश्चय का सारा कार्य सभी वार्डों में कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि अप्रैल तक हर टोलों में बिजली पंहुचा दी जाएगी.
                                   सीएम ने कहा कि दहेज एवं बाल विवाह से समाज को हानि हो रही है. विकास के साथ समाज में फैली कुरीतियों को दूर किया जाना आवश्यक है. शराब बंदी से बिहार में अपराध में कमी तो आई हीं है साथ हीं सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी पाई गई है. शराबबंदी लागू किए जाने के बाद महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अत्याचार के मामले में राज्य सरकार 22 वें पायदान पर है. लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि दहेज उत्पीड़न एवं दहेज हत्या के मामले में बिहार दूसरे स्थान पर है.
                                 उन्होंने कहा कि बाल-विवाह एवं दहेज एक दूसरे से जुड़ी है. इस कुरीति के खात्मे के बिना राज्य विकसित नहीं हो पाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि दहेज एवं बाल-विवाह के विरुद्ध कानून तो बना हुआ है लेकिन इसके खात्मे के लिए जनजागृति सबसे ज्यादा प्रभावी होगी. सीएम ने कहा कि महिलाओं की मांग पर हीं दहेजबंदी का निर्णय लिया गया था और अब बाल विवाह एवं दहेज बंदी का सुझाव भी एक महिला ने लोक संवाद के दौरान दिया था. सीएम ने सभा के दौरान उपस्थित सभी लोगों से बाल-विवाह एवं दहेज प्रथा के विरोध के समर्थन में सबको संकल्प दिलाया. सीएम ने कहा कि जब 2008 में बाढ़ आई तो उन्हें केंद्र से पर्याप्त मदद नहीं मिली, लेकिन विश्व बैंक से कर्ज लेकर कोसी के विकास को शुरू किया है और पहले से बेहतर कोसी बनाने के संकल्प को पूरा करेंगे.
          उधर, सीएम की सभा में किसी तरह का हंगामा न हो इसके लिए प्रशासन ने फुल-प्रूफ सुरक्षा व्यवस्था की थी. सभा स्थल पर 3 वाच टॉवर और मेटल डिटेक्टर के साथ ही पंडाल और विभिन्न जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे. सभा में काला कपड़ा पहने लोगों को प्रवेश में काफी परेशानी हुई, बिना पास के महिला हो या पुरुष किसी को सभा में घुसने नहीं दिया गया.
                          इसी दौरान इन्होंने 21 जनवरी को बाल-विवाह एवं दहेज-प्रथा के विरुद्ध की जाने वाली मानव श्रृखंला में अधिकाधिक लोगों को भाग लेकर पिछले साल के रिकॉर्ड को तोड़ने की अपील भी की. समीक्षा यात्रा के दौरान विकास योजनाओं की समीक्षा करने निकले मुख्यमंत्री जैसे हीं गौरीपुर पहुंचे लोगों में गजब का उत्साह था. गांव में त्योहार सा माहौल था. सरकार की एक झलक पाने को लोग आतुर दिख रहे थे. क्या बूढ़े, क्या बच्चे. सब मुख्यमंत्री की एक झलक पाने को बेताब थे.
हो भी क्यों ना जिस गांव के लोगों को आज तक सड़क, बिजली, शौचालय तक नसीब नहीं हुई थी. वहां इनके आने से रातों रात सड़क, बिजली, पानी, शौचालय जैसी तमाम सुविधा मिल गई. आज यहां के हर घर में जल एवं नाली की सुविधा मिल गई है. सरकार के सात निश्चय योजना से गांव पूरी तरह चकाचक दिख रहा था. वहीं 15 लोगों द्वारा बनाई गई कलस्टर शौचालय का सीएम ने उद्घाटन भी किया. सड़क के बगल में नाली नहीं देख सीएम ने इसकी जानकारी भी ली. यहां अपने सात निश्चय के तहत हुए कार्यों का सीएम ने घूम-घूम कर जायजा लिया. इस दौरान सीएम ने महिलाओं से घरों में बिजली कनेक्शन एवं नल का जल आने के संदर्भ में पूछा.
                             गौरीपुर के लोगों ने सूबे के मुखिया के स्वागत के लिए रंगोली बनाई थी. वहीं सभा की अध्यक्षता करते हुए कहा कि जिलाधिकारी मो. सोहैल ने सात निश्चय योजना के तहत जिले के सभी गांव को और टोले को पक्के नाले और पक्की सड़क से जोड़ने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है. 2020 तक जिले के सभी टोले और गांव को स्मार्ट विलेज बना दिया जाएगा. आम सभा के दौरान डीएम ने कहा कि सात निश्चय योजना के तहत 449 वार्ड में पक्की सड़क, पक्की नाली व स्वच्छ पेयजल पहुंचाने का कार्य चल रहा है. 2020 तक जिले 170 पंचायत के 2242 वार्ड को पूरी तरह से स्मार्ट विलेज बना दिया जाएगा. डीएम ने कहा कि सरकार के द्वारा चलाया गया मुफ्त बिजली व गैस कनेक्शन घर-घर तक पहुंचाया जा रहा है. जिले के 95 प्रतिशत बीपीएल उपभोक्ता के घरों में बिजली का कनेक्शन पहुंचाया जा चुका है.

                                           प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत अब तक एक लाख 77 हजार घरों में गैस कनेक्शन दिया जा चुका है. शेष बचे हुए लोगों को जल्द हीं विद्युत और गैस का कनेक्शन दिया जाएगा. डीएम ने मुख्यमंत्री को मधेपुरा जिले के विकास को लेकर प्रशासन की प्रतिबद्धता से अवगत कराया. डीएम ने कहा कि यह जिला उद्योग के पथ पर लगातार अग्रसर है. जल्द हीं यह जिला अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर दिखेगा. भीषण शीतलहर एवं ठंड के बावजूद सीएम की समीक्षा यात्रा में कार्यकर्ताओं एवं ग्रामीणों का जन सैलाब उमड़ पड़ा था. जिले के सभी प्रखंडों से आए लोगों में सभास्थल तक पहुंचने के लिए आपाधापी मची रही. सबसे ज्यादा उत्साहित महिलाएं नजर आ रही थी.
                                  समीक्षा यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुई थी. मुख्यमंत्री के समीक्षा यात्रा में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. चप्पे-चप्पे पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी. जिला प्रशासन द्वारा आने-जाने वालों लोगों पर विशेष नजर रखी जा रही थी. मुख्यमंत्री के सभा मंच को विशेष सुरक्षा घेरा में रखा गया था. सुरक्षा घेरा ऐसा की परिंदा भी पर न मार सके. मंच तक जाने के लिये कुछ विशेष लोगों को हीं अनुमति दी गई थी. सभा स्थल जाने के लिए आठ जगह पर बैरियर लगाया गया था. जहां से सभी बड़े एवं छोटे वाहनों के आवाजाही पर रोक लगा दी गई थी.
                              सिर्फ पदाधिकारी के वाहन हीं आ जा रहे थे. आम लोगों के प्रवेश के लिए सभी जगहों से प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा था. जिससे पुलिस एवं लोगों में हल्की फुल्की कहा-सुनी भी हुई. सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए जिलाधिकारी, एसपी, एसडीओ, थानाध्यक्ष सहित सभी छोटे-बड़े पदाधिकारी जायजा लेते नजर आए.
(रिपोर्ट:- मधेपुरा खबर टीम)  

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