सहरसा 04/01/2018
सहरसा में गुरुवार की सुबह 11 बजे करंट की चपेट में आकर एक साथ तीन लड़कियों निधि (18), मुस्कान (11) और कोमल (19) की मौत हो गई. इनमें निधि व मुस्कान सगी बहनें थीं.
एक जनवरी की दोपहर डीबी रोड वार्ड संख्या 10 निवासी संतोष जायसवाल का पुत्र चिराग उर्फ छोटू खेलने के दौरान गायब हो गया था. उसकी तलाश की जा रही थी. बच्चा गायब होने की जानकारी मिलने के बाद सदर एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी, सदर थानाध्यक्ष आरके सिंह सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी भी बच्चे को ढूंढ़ने में लगे थे.
इसी बीच गुरुवार को डीबी रोड स्थित निजी होटल से कुछ आगे रेलवे लाइन के समीप पानी में चिराग का शव मिला. इस बात की जानकारी जब उसकी दो बहनों को मिली तो जिंदा समझकर उसे बचाने के लिए पानी में छलांग लगा दी. साथ में ही मुहल्ले की एक और लड़की भी थी.
वहां 11 हजार का विद्युत प्रवाहित तार था. यह किसी को पता नहीं चला और एक साथ तीन लड़कियां धू-धूकर जल गयीं. घटना की जानकारी मिलते ही लोगों का आक्रोश फूट पड़ा और पूरा शहर बंद हो गया. लोगों ने जमकर हंगामा किया और शंकर चौक स्थित ट्रैफिक पुलिस चौकी में रखी टेबल-कुर्सी को आग के हवाले कर दिया.
शहर के डीबी रोड, शंकर चौक, गांधी पथ, थाना चौक, बंगाली बाजार रेलवे ढाला फाटक, गंगजला चौक सहित अन्य जगहों पर जामकर टायर जलाये और नारेबाजी की.
इस दौरान घटनास्थल पर शव को पोस्टमार्टम के लिए लाने पहुंचे सदर थाना के पुलिसकर्मियों को लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा और आक्रोशित परिजनों व मुहल्लेवासियों ने पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए पथराव कर दिया.
सहरसा में गुरुवार की सुबह 11 बजे करंट की चपेट में आकर एक साथ तीन लड़कियों निधि (18), मुस्कान (11) और कोमल (19) की मौत हो गई. इनमें निधि व मुस्कान सगी बहनें थीं.
एक जनवरी की दोपहर डीबी रोड वार्ड संख्या 10 निवासी संतोष जायसवाल का पुत्र चिराग उर्फ छोटू खेलने के दौरान गायब हो गया था. उसकी तलाश की जा रही थी. बच्चा गायब होने की जानकारी मिलने के बाद सदर एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी, सदर थानाध्यक्ष आरके सिंह सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी भी बच्चे को ढूंढ़ने में लगे थे.
इसी बीच गुरुवार को डीबी रोड स्थित निजी होटल से कुछ आगे रेलवे लाइन के समीप पानी में चिराग का शव मिला. इस बात की जानकारी जब उसकी दो बहनों को मिली तो जिंदा समझकर उसे बचाने के लिए पानी में छलांग लगा दी. साथ में ही मुहल्ले की एक और लड़की भी थी.
वहां 11 हजार का विद्युत प्रवाहित तार था. यह किसी को पता नहीं चला और एक साथ तीन लड़कियां धू-धूकर जल गयीं. घटना की जानकारी मिलते ही लोगों का आक्रोश फूट पड़ा और पूरा शहर बंद हो गया. लोगों ने जमकर हंगामा किया और शंकर चौक स्थित ट्रैफिक पुलिस चौकी में रखी टेबल-कुर्सी को आग के हवाले कर दिया.
शहर के डीबी रोड, शंकर चौक, गांधी पथ, थाना चौक, बंगाली बाजार रेलवे ढाला फाटक, गंगजला चौक सहित अन्य जगहों पर जामकर टायर जलाये और नारेबाजी की.
इस दौरान घटनास्थल पर शव को पोस्टमार्टम के लिए लाने पहुंचे सदर थाना के पुलिसकर्मियों को लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा और आक्रोशित परिजनों व मुहल्लेवासियों ने पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए पथराव कर दिया.