मधेपुरा 04/02/2018
रविवार की देर शाम को इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे एवं सिविल सर्जन डॉक्टर गंधार प्रसाद का पुतला फूंका.
छात्रों का आरोप था कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की वजह से सत्यजीत की मौत हुई है. आक्रोशित छात्रों ने कहा कि इस घटना के संबंध में जिला पदाधिकारी से मिलकर निष्पक्ष जांच कि मांग की.
छात्रों ने कहा कि जिला पदाधिकारी ने आश्वासन दिया था कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट तथा मजिस्ट्रेट रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का पता चल जाएगा. लेकिन रिपोर्ट आने के बाद भी सत्यजीत के मौत के कारणों का पता अब तक नहीं चल पाया है, और ना ही दोषियों को अब तक सजा मिली है.
छात्रों ने कहा कि इससे उनके सहपाठियों और शुभचिंतकों को ठेस पहुंचा है. सत्यजीत को न्याय दिलाने के लिए छात्रों का आंदोलन जारी रहेगा. छात्रों ने कहा कि सत्यजीत को डॉक्टरों ने हिमोग्लोबिन की कमी के कारण मौत होने की बात बतायी है.
जबकि उन्हें एलबेंडाजोल की दवा दी गयी थी, जो कि पेट की कीड़ा मारने की दवा है. सत्यजीत के सहपाठियों ने बताया कि डॉक्टरों की लापरवाही से उनकी मौत हुई है.
रविवार की देर शाम को इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे एवं सिविल सर्जन डॉक्टर गंधार प्रसाद का पुतला फूंका.
छात्रों का आरोप था कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की वजह से सत्यजीत की मौत हुई है. आक्रोशित छात्रों ने कहा कि इस घटना के संबंध में जिला पदाधिकारी से मिलकर निष्पक्ष जांच कि मांग की.
छात्रों ने कहा कि जिला पदाधिकारी ने आश्वासन दिया था कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट तथा मजिस्ट्रेट रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का पता चल जाएगा. लेकिन रिपोर्ट आने के बाद भी सत्यजीत के मौत के कारणों का पता अब तक नहीं चल पाया है, और ना ही दोषियों को अब तक सजा मिली है.
छात्रों ने कहा कि इससे उनके सहपाठियों और शुभचिंतकों को ठेस पहुंचा है. सत्यजीत को न्याय दिलाने के लिए छात्रों का आंदोलन जारी रहेगा. छात्रों ने कहा कि सत्यजीत को डॉक्टरों ने हिमोग्लोबिन की कमी के कारण मौत होने की बात बतायी है.
जबकि उन्हें एलबेंडाजोल की दवा दी गयी थी, जो कि पेट की कीड़ा मारने की दवा है. सत्यजीत के सहपाठियों ने बताया कि डॉक्टरों की लापरवाही से उनकी मौत हुई है.