माँ की भाषा ही मातृभाषा है: डॉ रवि - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

Home Top Ad

Post Top Ad

21 फ़रवरी 2018

माँ की भाषा ही मातृभाषा है: डॉ रवि

मधेपुरा 21/02/2018 
भगवान सभी जगह हर समय नहीं रह सकते. इसलिए उन्होंने माँ को बनाया. माँ की भाषा ही मातृभाषा है. माँ और मातृभाषा का कोई दूसरा विकल्प नहीं है. यह बात पूर्व सांसद एवं बीएनएमयू के संस्थापक कुलपति डॉ. रमेन्द्र कुमार यादव रवि ने कही.
                  वे बुधवार को राजकीय अंबेडकर छात्रावास में आयोजित भाषायी अस्मिता और मातृभाषा विषयक परिचर्चा में उद्घाटनकर्ता के रूप में बोल रहे थे. कार्यक्रम का आयोजन शिव राजेश्वरी युवा सृजन क्लब, कोसी प्रमंडल के तत्वावधान में किया गया था. डाॅ. रवि ने कहा कि दुनिया की सभी भाषाओं का महत्व है. सभी भाषाओं में अच्छी रचनाएँ हैं.
                      भारत में राष्ट्रभाषा हिन्दी एवं संविधान में वर्णित अन्य भाषाओं के अतिरिक्त भी कई अन्य भाषाएँ हैं. उन्होंने कहा कि भाषा सिर्फ अभिव्यक्ति की माध्यम है. इसे भावों, विचारों एवं संवेदनाओं का संप्रेषण होता है. इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रतिकुलपति डॉ. फारूक अली ने कहा कि मातृभाषा वही है, जो हम अपनी माँ से सिखते हैं.
                      मातृभाषा सबों को प्यारी होती है. मातृभाषा में ही हमारे भावों का सही संप्रेषण हो पाता है. संबंधित व्यक्ति हमारे भावों एवं विचारों को समझ ले, तो समझिए कि हम सफल हो गये. उन्होंने कहा कि अंधराष्ट्रवाद की भावना भाषाओं के विकास में बाधक है. भाषा को धर्म एवं जाति से जोड़ना खतरनाक है. ऐसा नहीं किया जाना चाहिए.

                      विषय प्रवेश कराते हुए डाॅ. सिद्धेश्वर काश्यप ने कहा कि भारत बहुभाषिता एवं बहु अस्मिता का देश है. लेकिन हिन्दी राष्ट्रीय अस्मिता और स्वाधीनता की भाषा है. यह अनेक बोलियों की समवाय है और सबों को जोड़ने वाली भाषा है. समारोह में उपस्थित अतिथियों को मातृभाषा सेवा सम्मान प्रदान किया गया.
              अतिथियों द्वारा शोध-पत्रिका 'रचना विमर्श प्रभा' के मातृभाषा विशेषांक का लोकार्पण किया गया. इसका प्रकाशन साहित्यिकार-पत्रकार क्लब, मधेपुरा ने किया है. इसके प्रधान संपादक डाॅ. इन्द्र नारायण यादव, संपादक डाॅ. सिद्धेश्वर काश्यप एवं प्रबंध संपादक डाॅ. सुलेन्द्र कुमार हैं. इसमें 16 आलेखों का प्रकाशन किया गया है.
                    कार्यक्रम की अध्यक्षता सिंडीकेट सदस्य सह छात्रावास अधिकक्षक डॉ. जवाहर पासवान ने किया. संचालन हर्षवर्द्धन सिंह राठौड़ और धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. आलोक ने किया. समारोह में हिन्दी विभाग के अध्यक्ष डॉ. विनय कुमार चौधरी, एच. एस. काॅलेज, उदाकिसुनगंज के प्रधानाचार्य डॉ. विश्वनाथ विवेका, उपकुलसचिव अकादमी डॉ. एम. आई. रहमान, शिक्षाविद् चंद्रिका यादव, पीआरओ डॉ. सुधांशु शेखर, राजेश कुमार, सारंग तन्य, मनीष, विभिषण, आशीष, धीरज, विकास, नयन रंजन, मंजू सोरेन, संतोष, विकास, सत्यम, भवेश, हरिमोहन आदि उपस्थित थे.

Post Bottom Ad

Pages