मधेपुरा 19/03/2018
मधेपुरा जिला मुख्यालय रेलवे स्टेशन के समीप एक युवक ने फांसी लगाकर अपने कहानी खत्म कर लिया.
युवक के पास से मिली आधार कार्ड से यह पता चला कि युवक का नाम महेश कुमार गोयल पिता रमेश चंद्र गोयल घर केशव नगर ब्लाक बस्ती शिवपुर मध्य प्रदेश का रहने वाला है.
वह मधेपुरा में स्टेशन के समीप किराए के मकान में रह कर एक निजी कंपनी ‘लाइफ केयर’ में नौकरी करता था. आसपास के लोगों ने बताया कि यहां अकेला ही पिछले कई महीनों से रह रहा था.
पड़ोसियों ने बताया कि जब सुबह काफी देर तक महेश के कमरे से कोई आवाज नहीं सुनाई दी तो हम लोगों ने उसके कमरे के पास जाकर देखा तो कमरा अंदर से लॉक था. हम लोगों ने बहुत आवाज भी लगाई तो अंदर से कोई आवाज नहीं आई तो इसपर शक होकर हम लोगों ने मकान मालिक विकास कुमार सिन्हा को इसकी जानकारी दी.
तब तक उसे पड़ोसियों ने इसकी सूचना पुलिस को भी दे थी. पुलिस ने सूचना पाकर तुरंत ही घटनास्थल पर पहुंचे. इसके बाद पुलिस ने भी कुछ देर तक बाहर से आए लगाएं जब अंदर से कोई आवाज नहीं आया तो पुलिस ने दरवाजा तुरवाया तो अंदर महेश को फांसी के फंदे से लटका पाया.
उसके बाद पुलिस में शव को अपने कब्जे में कर मृतक के परिजनों को इसकी सूचना दे दी. शव को पोस्टमार्टम करवाया गया तो आत्महत्या की ही बात अब तक सामने आई. फंदे से लटके युवक को देख कर पुलिस एवं आसपास के लोगों द्वारा हत्या की आशंका जताई जा रही है. हालांकि डॉक्टर की रिपोर्ट तथा कमरे का अन्दर से बंद होना और युवक के स्वभाव आदि के आधार पर पुलिस इसे फिलहाल आत्महत्या ही मानकर चल रही है.
मौत की वजह का अभी पता नहीं चल पा रहा है. महेश के मोबाइल में पैटर्न लॉक होने के कारण अब तक पिछले कॉल डिटेल का पता नहीं चल पाया है. जिसे सावधानी से खुलवाने के बाद ही कुछ पता लगाया जा सकता है.
मधेपुरा जिला मुख्यालय रेलवे स्टेशन के समीप एक युवक ने फांसी लगाकर अपने कहानी खत्म कर लिया.
युवक के पास से मिली आधार कार्ड से यह पता चला कि युवक का नाम महेश कुमार गोयल पिता रमेश चंद्र गोयल घर केशव नगर ब्लाक बस्ती शिवपुर मध्य प्रदेश का रहने वाला है.
वह मधेपुरा में स्टेशन के समीप किराए के मकान में रह कर एक निजी कंपनी ‘लाइफ केयर’ में नौकरी करता था. आसपास के लोगों ने बताया कि यहां अकेला ही पिछले कई महीनों से रह रहा था.
पड़ोसियों ने बताया कि जब सुबह काफी देर तक महेश के कमरे से कोई आवाज नहीं सुनाई दी तो हम लोगों ने उसके कमरे के पास जाकर देखा तो कमरा अंदर से लॉक था. हम लोगों ने बहुत आवाज भी लगाई तो अंदर से कोई आवाज नहीं आई तो इसपर शक होकर हम लोगों ने मकान मालिक विकास कुमार सिन्हा को इसकी जानकारी दी.
तब तक उसे पड़ोसियों ने इसकी सूचना पुलिस को भी दे थी. पुलिस ने सूचना पाकर तुरंत ही घटनास्थल पर पहुंचे. इसके बाद पुलिस ने भी कुछ देर तक बाहर से आए लगाएं जब अंदर से कोई आवाज नहीं आया तो पुलिस ने दरवाजा तुरवाया तो अंदर महेश को फांसी के फंदे से लटका पाया.
उसके बाद पुलिस में शव को अपने कब्जे में कर मृतक के परिजनों को इसकी सूचना दे दी. शव को पोस्टमार्टम करवाया गया तो आत्महत्या की ही बात अब तक सामने आई. फंदे से लटके युवक को देख कर पुलिस एवं आसपास के लोगों द्वारा हत्या की आशंका जताई जा रही है. हालांकि डॉक्टर की रिपोर्ट तथा कमरे का अन्दर से बंद होना और युवक के स्वभाव आदि के आधार पर पुलिस इसे फिलहाल आत्महत्या ही मानकर चल रही है.
मौत की वजह का अभी पता नहीं चल पा रहा है. महेश के मोबाइल में पैटर्न लॉक होने के कारण अब तक पिछले कॉल डिटेल का पता नहीं चल पाया है. जिसे सावधानी से खुलवाने के बाद ही कुछ पता लगाया जा सकता है.