अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बीएनएमयू छात्र संघ चुनाव के मद्देनजर रविवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि बीएनएमयू में केंद्रीय पैनल के लिए हो रहे चुनाव में जमकर पैसों को खेल-खेला जा रहा है. इससे चुनाव प्रभावित हो सकता है.
पैसे के बल पर छात्र संघ चुनाव को प्रभावित कर कैंपस में गुंडागर्दी जैसा कुछ राजनेताओं द्वारा पैदा किया जा रहा है. साथ ही चुनाव के बाबत कई राजनेता अपनी राजनीति चमकाने में लगे हुए हैं. काउंसिल मेंबरों को अपने पक्ष में करने को लेकर डराया- धमकाया जा रहा है. इससे निष्पक्ष चुनाव की उम्मीद नहीं की सकती है. अभाविप के बीएनएमयू चुनाव प्रभारी प्रशांत यादव ने कहा कि बीएनएमयू के छात्रों के समर्थन से पहली बार हुए छात्रसंघ चुनाव में अभाविप ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की.
छात्रों ने अभाविप को समर्थन देकर विश्वविद्यालय के शैक्षणिक कुव्यवस्था को बदलने की जिम्मेदारी दी. प्रशांत ने कहा कि यहां के कुछ राजनेताओं के द्वारा कैंपस में पैसों का खेल-खेलकर छात्र प्रतिनिधियों को खरीदने की सीधी तौर पर कोशिश की जा रही है, जो छात्र राजनीति के इतिहास में काला अध्याय साबित होगा. वहीं अभाविप के विभाग संयोजक रंजन यादव, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य संतोष कुमार राज, शशि यादव, राजू सनातन ने कहा है कि एक छात्र संगठन के द्वारा कहा जा रहा है कि 64 काउंसिल सदस्य में 35 काउंसिल मेंबर उसके पास है.
जबकि पूर्व में उसी संगठन द्वारा मात्र 17 कॉउंसिल मेंबर जीतने की बात कही गई थी. छात्र नेताओं ने कहा कि इससे पूरी तरह स्पष्ट होता है कि बीएनएमयू छात्र संघ चुनाव में पैसों के बल पर खरीद-फरोख्त किया जा रहा है. पैसों के खेल से छात्रहित का मुद्दा पूरी तरह से गायब हो गया है. वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन भी चुनाव को लेकर ढुलमुल रवैया अपनाने का आरोप लगाया.
कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन पूरी कागजात के साथ चुनाव करवाएं अन्यथा विद्यार्थी परिषद इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी. इस अवसर पर जिला संयोजक अभिषेक यादव, जिला संगठन मंत्री उपेंद्र कुमार भरत, कुणाल यादव, मनीष कुमार इत्यादि मौजूद थे.
पैसे के बल पर छात्र संघ चुनाव को प्रभावित कर कैंपस में गुंडागर्दी जैसा कुछ राजनेताओं द्वारा पैदा किया जा रहा है. साथ ही चुनाव के बाबत कई राजनेता अपनी राजनीति चमकाने में लगे हुए हैं. काउंसिल मेंबरों को अपने पक्ष में करने को लेकर डराया- धमकाया जा रहा है. इससे निष्पक्ष चुनाव की उम्मीद नहीं की सकती है. अभाविप के बीएनएमयू चुनाव प्रभारी प्रशांत यादव ने कहा कि बीएनएमयू के छात्रों के समर्थन से पहली बार हुए छात्रसंघ चुनाव में अभाविप ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की.
छात्रों ने अभाविप को समर्थन देकर विश्वविद्यालय के शैक्षणिक कुव्यवस्था को बदलने की जिम्मेदारी दी. प्रशांत ने कहा कि यहां के कुछ राजनेताओं के द्वारा कैंपस में पैसों का खेल-खेलकर छात्र प्रतिनिधियों को खरीदने की सीधी तौर पर कोशिश की जा रही है, जो छात्र राजनीति के इतिहास में काला अध्याय साबित होगा. वहीं अभाविप के विभाग संयोजक रंजन यादव, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य संतोष कुमार राज, शशि यादव, राजू सनातन ने कहा है कि एक छात्र संगठन के द्वारा कहा जा रहा है कि 64 काउंसिल सदस्य में 35 काउंसिल मेंबर उसके पास है.
जबकि पूर्व में उसी संगठन द्वारा मात्र 17 कॉउंसिल मेंबर जीतने की बात कही गई थी. छात्र नेताओं ने कहा कि इससे पूरी तरह स्पष्ट होता है कि बीएनएमयू छात्र संघ चुनाव में पैसों के बल पर खरीद-फरोख्त किया जा रहा है. पैसों के खेल से छात्रहित का मुद्दा पूरी तरह से गायब हो गया है. वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन भी चुनाव को लेकर ढुलमुल रवैया अपनाने का आरोप लगाया.
कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन पूरी कागजात के साथ चुनाव करवाएं अन्यथा विद्यार्थी परिषद इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी. इस अवसर पर जिला संयोजक अभिषेक यादव, जिला संगठन मंत्री उपेंद्र कुमार भरत, कुणाल यादव, मनीष कुमार इत्यादि मौजूद थे.