मधेपुरा 25/05/2018
बिहार बोर्ड इंटर के छात्र और छात्राओं के दिल की धड़कनों के तेज होने का वक्त आ गया है. बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम 2018 घोषित होने वाला है. सूत्रों के मुताबिक रिजल्ट 30 मई के आसपास निश्चित तौर पर घोषित हो जाएगा. कुछ जगहों पर ऐसी भी खबरें हैं कि नतीजे 30 मई से एक-दो दिन पहले भी घोषित हो सकते हैं.
बताया जा रहा है कि बीएसईबी (बिहार बोर्ड) जल्द ही नतीजों की तिथि का ऐलान करने वाला है. बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा परिणाम का ऐलान इंटर के बाद होगा. ऐसी खबरें हैं कि मैट्रिक का रिजल्ट जून के पहले 10 दिनों के भीतर जारी हो सकता है. जैसे ही नतीजे जारी होंगे विद्यार्थी अपना रिजल्ट biharboard.ac.in पर देख सकेंगे.
इस वर्ष 12 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों ने 12वीं की परीक्षाएं दी थी. एग्जाम 6 फरवरी से 16 फरवरी के बीच राज्य के 1384 केंद्रों पर हुए थे. वहीं बिहार बोर्ड मैट्रिक की परीक्षा करीब 17 लाख 70 हजार विद्यार्थियों ने दी थी. पिछले वर्ष साइंस में 30.11 प्रतिशत, कॉमर्स में 73.76 प्रतिशत और आर्ट्स में 37 प्रतिशत स्टूडेंस पास हुए थे.
बिहार बोर्ड इंटर के छात्र और छात्राओं के दिल की धड़कनों के तेज होने का वक्त आ गया है. बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम 2018 घोषित होने वाला है. सूत्रों के मुताबिक रिजल्ट 30 मई के आसपास निश्चित तौर पर घोषित हो जाएगा. कुछ जगहों पर ऐसी भी खबरें हैं कि नतीजे 30 मई से एक-दो दिन पहले भी घोषित हो सकते हैं.
बताया जा रहा है कि बीएसईबी (बिहार बोर्ड) जल्द ही नतीजों की तिथि का ऐलान करने वाला है. बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा परिणाम का ऐलान इंटर के बाद होगा. ऐसी खबरें हैं कि मैट्रिक का रिजल्ट जून के पहले 10 दिनों के भीतर जारी हो सकता है. जैसे ही नतीजे जारी होंगे विद्यार्थी अपना रिजल्ट biharboard.ac.in पर देख सकेंगे.
इस वर्ष 12 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों ने 12वीं की परीक्षाएं दी थी. एग्जाम 6 फरवरी से 16 फरवरी के बीच राज्य के 1384 केंद्रों पर हुए थे. वहीं बिहार बोर्ड मैट्रिक की परीक्षा करीब 17 लाख 70 हजार विद्यार्थियों ने दी थी. पिछले वर्ष साइंस में 30.11 प्रतिशत, कॉमर्स में 73.76 प्रतिशत और आर्ट्स में 37 प्रतिशत स्टूडेंस पास हुए थे.
बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट के छात्रों को मिलेंगे ग्रेस अंक
इंटरमीडिएट रिजल्ट से पहले बिहार बोर्ड ने जरूरतमंद परीक्षार्थियों को ग्रेस अंक देने की नियमावली तय कर दी है. इस बार अधिकतम 10 फीसदी तक ग्रेस अंक दिए जाएंगे. हालांकि भाषा विषय में फेल होने पर कोई ग्रेस नहीं मिलेगा.
बोर्ड की ओर से जारी नियमावली के अनुसार किसी छात्र का कुल प्राप्तांक 75 फीसदी है, लेकिन वो किसी एक विषय में फेल हो गया है तो उस छात्र को पास कराने के लिए बोर्ड अधिकतम 10 फीसदी तक ग्रेस अंक देगा. अधिकतम 10 फीसदी ग्रेस देने का फैसला बोर्ड ने पहली बार किया है. इससे पहले बोर्ड एक विषय में अधिकतम 8 फीसदी और दो विषय में 4-4 फीसदी तक ग्रेस देता था. बशर्ते कि छात्र ने कोई और लाभ ना लिया हो.
बोर्ड की ओर से जारी नियमावली के अनुसार किसी छात्र का कुल प्राप्तांक 75 फीसदी है, लेकिन वो किसी एक विषय में फेल हो गया है तो उस छात्र को पास कराने के लिए बोर्ड अधिकतम 10 फीसदी तक ग्रेस अंक देगा. अधिकतम 10 फीसदी ग्रेस देने का फैसला बोर्ड ने पहली बार किया है. इससे पहले बोर्ड एक विषय में अधिकतम 8 फीसदी और दो विषय में 4-4 फीसदी तक ग्रेस देता था. बशर्ते कि छात्र ने कोई और लाभ ना लिया हो.