सिंहेश्वर 05/05/2018
शुक्रवार की देर रात सिंहेश्वर मेला ग्राउंड स्थित सब्जी मंडी में अचानक आग लगने से अरमानों का आशियाना जलकर राख हो गया.
किसी को यह पता नहीं था कि अचानक उनके अरमानों के आशियाने में आग लगने से सब कुछ राख में तब्दील हो जाएगी. पर शायद भगवान को यही मंजूर था मध्यरात्रि को 30 से अधिक दुकानों में आग लग जाने से लाखों सामान जलकर राख में तब्दील हो गया.
आग लग जाने से जली संपत्तियों से मायूस व्यवसाइयों को अब अपने भविष्य की चिंता सताने रही है. दुकानदार जहां कल तक बैठकर अपने अरमानों को सजाया करते थे आज उसे राख में तब्दील होकर देख फूट-फूट कर रो रहे थे. आग लगने का किसी को कुछ पता नहीं है कि किस तरह से दुकानों में आग लगी.
आग लगने से सर्वाधिक नुकसान मोबाइल दुकान एवं किराने दुकानदारों को हुई है. किराना व्यवसाय सोहन भगत ने बताया कि दुकान में आग लगने से कुछ देर पहले गुलाबबाग से किराना का सामान लाकर दुकान में रखकर घर गए ही थे. कि अचानक दुकान में आग लगने की खबर सुनकर आंखों के सामने अंधेरा सा छा गया.
उन्होंने बताया कि दुकान में आग लगने से 10 लाख रुपए से अधिक का सामान जलकर राख में तब्दील हो गया. व्यवसाय मोहन भगत ने बताया कि 2 दिन पहले ही 4 लाख का सामान खरीद कर दुकान में लगाए थे. साथ ही उन्होंने कहा कि आग लगने से 12 लाख रुपए का सामान जल करें नष्ट हो गया.
नवल किशोर भगत के रेडीमेड की दुकान में आग लग जाने से दुकान में रेखा सारा कपड़ा एवं सारा फर्नीचर जलकर राख हो गया. दुकान में हर ओर कपड़े की जगह सिर्फ राख ही राख नजर आ रहे थे. इनका परिवार भी दुकान के साथ बने घर में ही रहता था.
आग लगने के बाद किसी तरह घर के सभी सदस्यों को बाहर निकाला गया पर अफसोस यह की आग पर काबू पाने में असफल रहे. बस दुकान के भीतर रखी अपनी बाइक को निकलने में सफल रहे. बगल में ही इनके भाई रूपक भगत की भी दुकान थी वो भी जलकर राख हो गई. दिनेश कुमार के किराना दुकान का सभी समान जल कर राख हो गया.
अवधेश यादव, रिंकू कुमार, सुमित कुमार, सदानंद पंडित, राजेन्द्र यादव, भूपेन्द्र यादव, परमेश्वरी साह, पप्पू साह, विक्रम साह, सूर्य नारायण पौदार, चंदेश्वारी रमाणी के सब्जी दुकानों में आग लगने से सारा सामना जलकर राख हो गई. जबकि जगदीश यादव की किताब दुकान में आग लगने से दुकान में रखी सारी किताबें कॉपियां जलकर राख में तब्दील हो गई.
वही संतोष कुमार, पंकज कुमार वर्मा, पप्पू यादव का मोबाइल दुकान एवं दिनेश मंडल का चाय दुकान और पप्पू पौदार का कबाडी दुकान आग में जल कर राख हो गया. जबकि उषा देवी एवं कुमोद मिश्रा का में घर से घर के लोग बेघर हो गए. अशोक साह के बाक्स के दूकान में आग ना लगे उसे आग लगने से पहले ही तो दिया गया.
शुक्रवार की देर रात सिंहेश्वर मेला ग्राउंड स्थित सब्जी मंडी में अचानक आग लगने से अरमानों का आशियाना जलकर राख हो गया.
किसी को यह पता नहीं था कि अचानक उनके अरमानों के आशियाने में आग लगने से सब कुछ राख में तब्दील हो जाएगी. पर शायद भगवान को यही मंजूर था मध्यरात्रि को 30 से अधिक दुकानों में आग लग जाने से लाखों सामान जलकर राख में तब्दील हो गया.
आग लग जाने से जली संपत्तियों से मायूस व्यवसाइयों को अब अपने भविष्य की चिंता सताने रही है. दुकानदार जहां कल तक बैठकर अपने अरमानों को सजाया करते थे आज उसे राख में तब्दील होकर देख फूट-फूट कर रो रहे थे. आग लगने का किसी को कुछ पता नहीं है कि किस तरह से दुकानों में आग लगी.
आग लगने से सर्वाधिक नुकसान मोबाइल दुकान एवं किराने दुकानदारों को हुई है. किराना व्यवसाय सोहन भगत ने बताया कि दुकान में आग लगने से कुछ देर पहले गुलाबबाग से किराना का सामान लाकर दुकान में रखकर घर गए ही थे. कि अचानक दुकान में आग लगने की खबर सुनकर आंखों के सामने अंधेरा सा छा गया.
उन्होंने बताया कि दुकान में आग लगने से 10 लाख रुपए से अधिक का सामान जलकर राख में तब्दील हो गया. व्यवसाय मोहन भगत ने बताया कि 2 दिन पहले ही 4 लाख का सामान खरीद कर दुकान में लगाए थे. साथ ही उन्होंने कहा कि आग लगने से 12 लाख रुपए का सामान जल करें नष्ट हो गया.
नवल किशोर भगत के रेडीमेड की दुकान में आग लग जाने से दुकान में रेखा सारा कपड़ा एवं सारा फर्नीचर जलकर राख हो गया. दुकान में हर ओर कपड़े की जगह सिर्फ राख ही राख नजर आ रहे थे. इनका परिवार भी दुकान के साथ बने घर में ही रहता था.
आग लगने के बाद किसी तरह घर के सभी सदस्यों को बाहर निकाला गया पर अफसोस यह की आग पर काबू पाने में असफल रहे. बस दुकान के भीतर रखी अपनी बाइक को निकलने में सफल रहे. बगल में ही इनके भाई रूपक भगत की भी दुकान थी वो भी जलकर राख हो गई. दिनेश कुमार के किराना दुकान का सभी समान जल कर राख हो गया.
अवधेश यादव, रिंकू कुमार, सुमित कुमार, सदानंद पंडित, राजेन्द्र यादव, भूपेन्द्र यादव, परमेश्वरी साह, पप्पू साह, विक्रम साह, सूर्य नारायण पौदार, चंदेश्वारी रमाणी के सब्जी दुकानों में आग लगने से सारा सामना जलकर राख हो गई. जबकि जगदीश यादव की किताब दुकान में आग लगने से दुकान में रखी सारी किताबें कॉपियां जलकर राख में तब्दील हो गई.
वही संतोष कुमार, पंकज कुमार वर्मा, पप्पू यादव का मोबाइल दुकान एवं दिनेश मंडल का चाय दुकान और पप्पू पौदार का कबाडी दुकान आग में जल कर राख हो गया. जबकि उषा देवी एवं कुमोद मिश्रा का में घर से घर के लोग बेघर हो गए. अशोक साह के बाक्स के दूकान में आग ना लगे उसे आग लगने से पहले ही तो दिया गया.