संगीत ही बन जाता हूँ - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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21 जून 2018

संगीत ही बन जाता हूँ

मधेपुरा
आज दुआ स्वीकार करता हूँ,
लो संगीत ही बन जाता हूँ !
नफरत से ही सुनते रहना,
और दुनिया को भी सुनना !
               गुस्से में कभी संगीत ही तोड़ देना,
               क्योंकि टूटने की आदत सी लगी है !
               फिर दिल सुनने को करे,
               तुरन्त डाउनलोड कर लेना मुझे !
जब-जब गुस्सा होगी,
मेरे दिल पे अंगुली रख देना,
मैं चुप हो जाऊंगा,
वापस अंगुली रखते ही शुरू हो जाऊंगा !
                पसंद अगर ना आए तो,
                कभी घबराना मत !
                दिल के साइड में अंगुली रखना,
               मैं तुम्हारे पसंद का ही बजूंगा !
सब कुछ तेरी इजाजत से होगी,
बगेर इजाजत के एक धुन भी ना निकलूंगा !
सुनते हुए अश्क़ ना बहाना,
सिर्फ और सिर्फ मुस्कुराना !
(कल्पना- नवीन कुमार)

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