'बीएनएमयू संवाद' का लोकार्पण जनवरी के प्रथम सप्ताह में' - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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27 दिसंबर 2018

'बीएनएमयू संवाद' का लोकार्पण जनवरी के प्रथम सप्ताह में'

मधेपुरा
बीएनएमयू, मधेपुरा के द्वितीय वार्षिक दीक्षांत समारोह में कुलपति डाॅ. अवध किशोर राय ने कुल चौदह बिंदुओं की चर्चा की थी, इनमें 'जनसंपर्क' भी एक हैै.
            मालूम हो कि कुलपति जनसंपर्क विभाग को लेकर काफी संजीदा हैंं. वे खुद प्रत्येक मामले पर जनसंपर्क पदाधिकारी को आवश्यक दिशानिर्देश देते हैं और स्वयं भी अन्य लोगों के साथ-साथ मीडिया के लिए भी सहज ही उपलब्ध रहते हैं. 
मजबूत जनसंपर्क तंत्र
कुलपति ने गत दिनों दीक्षांत समारोह के अवसर पर जारी अपने प्रगति-प्रतिवेदन में दावा किया है कि विश्वविद्यालय का जनसंपर्क तंत्र काफी मजबूत है. विश्वविद्यालय की नई वेबसाइट bnmu.ac.in पर विश्वविद्यालय का ‘विजन’ एवं ‘मिशन’ सहित सभी आवश्यक जानकारियाँ उपलब्ध हैं. वेबसाइट के अलावा बीएनएमयू के फेसबुक पेज पर भी महत्त्वपूर्ण जानकारियाँ प्रसारित की जाती हैं.
                    यहाँ विश्वविद्यालय में जनसंपर्क पदाधिकारी (पीआरओ) विश्वविद्यालय की सूचनाओं के साथ शैक्षणिक- सांस्कृतिक आदि कार्यक्रमों की सूचनाएँ एवं रिपोर्ट भी जारी करते हैं. इससे जनसम्पर्क को गति मिलती है और विद्यार्थियों सहित सभी संबंधित व्यक्तियों को लाभ मिल रहा है. यहाँ से हमें विद्यार्थियों एवं अभिभावकों के शिकायत एवं सुझाव भी प्राप्त हो रहे हैं. 
दीक्षांत समारोह विशेषांक
 कुलपति ने घोषणा की है कि आगे बीएनएमयू अपने जनसंपर्क तंत्र को और मजबूर करेगा. इस कड़ी में ‘राजभवन संवाद’ की तर्ज पर एक पत्रिका ‘बीएनएमयू संवाद’ के प्रकाशन के तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. मालूम हो कि कुलपति ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में 'बीएनएमयू संवाद' के प्रकाशन की घोषणा की थी.
               इसके कुछ ही दिनों बाद 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर 'बीएनएमयू संवाद' के प्रकाशन की अधिसूचना भी जारी कर दी गई थी. तब से लोगों के बीच 'बीएनएमयू संवाद' को लेकर काफी उत्सुकता है और इसे यथाशीघ्र प्रकाशित करने का दवाब भी. 'बीएनएमयू संवाद' के संपादक सह जनसंपर्क पदाधिकारी डाॅ. सुधांशु शेखर ने बताया कि सितंबर से ही 'बीएनएमयू संवाद' के प्रकाशन की तैयारी चल रही थी.
                       हम इसके प्रवेशांक के लिए उचित अवसर की तलाश में थे. गत 23 दिसंबर को आयोजित द्वितीय दीक्षांत समारोह में महामहिम राज्यपाल सह कुलाधिपति लालजी टंडन के आगमन से यह तलाश पूरी हुई. हम 'बीएनएमयू संवाद' का प्रवेशांक 'दीक्षांत समारोह विशेषांक' के रूप में प्रकाशित करने जा रहे हैं. इसमें दीक्षांत समारोह से जुड़ी सामग्रियों को विशेष रूप से शामिल किया गया है. पत्रिका प्रेस में है और जनवरी के प्रथम सप्ताह में इसका लोकार्पण किया जाएगा. 
नियमित रूप से होगा प्रकाशन
जनसंपर्क पदाधिकारी ने बताया कि आगे 'बीएनएमयू संवाद' का प्रकाशन नियमित रूप से किया जाएगा. इसमें विश्वविद्यालय की विभिन्न सामग्रियों के साथ-साथ विभिन्न स्नातकोत्तर विभागों एवं महाविद्यालयों की गतिविधियों को भी स्थान दिया जाएगा. इसमें सामग्रियाँ भेजने और इसकी सदस्यता हेतु विश्वविद्यालय के सभी कार्यालयों, सभी स्नातकोत्तर विभागों, सभी अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों को पत्र लिखा गया है.
                कई विभागों एवं महाविद्यालयों से सदस्यता सहयोग राशि प्राप्त भी हो चुकी है. सहयोग राशि 'बीएनएमयू संवाद' के एकाउंट में जमा किया जाएगा, जिसका संचालन डीएसडबल्यू (परामर्श समिति सदस्य) एवं पीआरओ (संपादक) संयुक्त रूप से करेंगे. 
समिति गठित
यहाँ यह उल्लेखनीय है कि ''बीएनएमयू संवाद' के लिए गठित समिति में कुलपति डाॅ. अवध किशोर राय प्रधान संरक्षक एवं प्रति कुलपति डॉ. फारूक अली संरक्षक हैं. पत्रिका के परामर्श समिति में डीएसडबल्यू डाॅ. नरेन्द्र श्रीवास्तव, सामाजिक विज्ञान संकायाध्यक्ष डॉ. शिवमुनि यादव, मानविकी संकायाध्यक्ष डॉ. ज्ञानंजय द्विवेदी, वाणिज्य संकायाध्यक्ष डॉ. लंबोदर झा, विज्ञान संकायाध्यक्ष डॉ. अरूण मिश्रा और शिक्षा संकायाध्यक्ष डॉ. राणा जयराम सिंह को शामिल किया गया है. कुलसचिव कर्नल नीरज कुमार को प्रकाशक और पीआरओ डाॅ. सुधांशु शेखर को संपादक की जिम्मेदारी दी गई है. 
मिला कार्यालय और कर्मचारी भी
यहाँ यह विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि डाॅ. शेखर पत्रकारिता की पृष्ठभूमि से शिक्षण में आए हैं. कुलपति ने असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में इनकी नियुक्ति के कुछ ही दिनों बाद अगस्त 2017 में इन्हें जनसंपर्क पदाधिकारी की जिम्मेदारी दी थी.
              इन्होंने जनसंपर्क पदाधिकारी के रूप में पिछले एक वर्ष में विश्वविद्यालय की खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित कराया. उनके प्रयासों से पारंपरिक मीडिया के अलावा सोशल मीडिया में भी विश्वविद्यालय से संबंधित सामग्रियों का खूब प्रचार-प्रसार हुआ. इधर, 'बीएनएमयू संवाद' के प्रकाशन के सिलसिले में कुछ दिनों पहले कुलपति कार्यालय भवन में ही पीआरओ के लिए एक छोटा-सा कमरा भी उपलब्ध कराया गया है.
             इनके सहयोग के लिए एक कर्मचारी की भी तैनाती की गई है. इससे यह उम्मीद की जाती है कि विश्वविद्यालय का जनसंपर्क एवं संवाद और भी सुव्यवस्थित होगा.
(रिपोर्ट:- ईमेल) 

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