मधेपुरा
परिसंपदा पदाधिकारी शैलेन्द्र कुमार की सेवानिवृत्त पर विश्वविद्यालय अतिथिशाला में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलपति डाॅ. अवध किशोर राय ने कहा कि शैलेन्द्र कुमार विश्वविद्यालय के प्रति समर्पित शिक्षक एवं पदाधिकारी थे.
इन्होंने हमेशा अपनी जिम्मेदारियों का तन्मयतापूर्वक निर्वहन किया. कुलपति ने कहा कि शैलेन्द्र कुमार के समर्पण एवं कार्यशैली की प्रशंसा की. साथ ही आगे भी विश्वविद्यालय के विकास में इनके सहयोग की अपेक्षा की. प्रति कुलपति डॉ. फारूक अली ने कहा कि शैलेन्द्र कुमार ने समर्पणभाव से काम किया. इनमें एक अलग ही जोश, जज्बा एवं जूनून है. डीएसडबल्यू डाॅ. शिवमुनि यादव ने कहा कि शैलेन्द्र कुमार ने हमेशा अहंकार से परे होकर काम किया.
सिंडीकेट सदस्य डाॅ. परमानंद यादव ने कहा कि शैलेन्द्र कुमार एक हरफनमौला एवं सदाबहार पदाधिकारी थे. विज्ञान संकायाध्यक्ष डाॅ. अरुण कुमार मिश्र ने कहा कि वे 1972 से शैलेन्द्र बाबू के मित्र हैं और यह मित्रता दिन प्रतिदिन गहरी होती जा रही है. सिनेटर डाॅ. नरेश कुमार ने कहा कि शैलेन्द्र कुमार सकारात्मक उर्जा से भरपूर पदाधिकारी थे.
शैलेन्द्र कुमार ने कहा कि उन्हें विश्वविद्यालय परिवार और विशेषकर कुलपति एवं प्रति कुलपति से जो प्यार एवं सम्मान मिला है, वह अविस्मरणीय है. वे हमेशा विश्वविद्यालय के हित में कार्य करते रहेंगे. इस अवसर पर सभी ने एकमत से आगे भी सेवानिवृत्त के अवसर पर सम्मान समारोह आयोजित करने की परंपरा जारी रखने की जरूरत बताई.
इस अवसर पर कुलसचिव कर्नल नीरज कुमार, डीआर एकेडमिक डाॅ. एम. आई. रहमान, पीआरओ डाॅ. सुधांशु शेखर, एनएसएस समन्वय डाॅ. अशोक कुमार सिंह, विकास पदाधिकारी डाॅ. ललन प्रसाद अद्री, बीएओ डाॅ. एस. के. पोद्दार, खेल सचिव डॉ. अबुल फजल, उप सचिव डाॅ. शंकर कुमार मिश्र, डाॅ. संजय कुमार मिश्र, डाॅ. सीताराम शर्मा, डाॅ. अशोक कुमार आदि उपस्थित थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
परिसंपदा पदाधिकारी शैलेन्द्र कुमार की सेवानिवृत्त पर विश्वविद्यालय अतिथिशाला में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलपति डाॅ. अवध किशोर राय ने कहा कि शैलेन्द्र कुमार विश्वविद्यालय के प्रति समर्पित शिक्षक एवं पदाधिकारी थे.
इन्होंने हमेशा अपनी जिम्मेदारियों का तन्मयतापूर्वक निर्वहन किया. कुलपति ने कहा कि शैलेन्द्र कुमार के समर्पण एवं कार्यशैली की प्रशंसा की. साथ ही आगे भी विश्वविद्यालय के विकास में इनके सहयोग की अपेक्षा की. प्रति कुलपति डॉ. फारूक अली ने कहा कि शैलेन्द्र कुमार ने समर्पणभाव से काम किया. इनमें एक अलग ही जोश, जज्बा एवं जूनून है. डीएसडबल्यू डाॅ. शिवमुनि यादव ने कहा कि शैलेन्द्र कुमार ने हमेशा अहंकार से परे होकर काम किया.
सिंडीकेट सदस्य डाॅ. परमानंद यादव ने कहा कि शैलेन्द्र कुमार एक हरफनमौला एवं सदाबहार पदाधिकारी थे. विज्ञान संकायाध्यक्ष डाॅ. अरुण कुमार मिश्र ने कहा कि वे 1972 से शैलेन्द्र बाबू के मित्र हैं और यह मित्रता दिन प्रतिदिन गहरी होती जा रही है. सिनेटर डाॅ. नरेश कुमार ने कहा कि शैलेन्द्र कुमार सकारात्मक उर्जा से भरपूर पदाधिकारी थे.
शैलेन्द्र कुमार ने कहा कि उन्हें विश्वविद्यालय परिवार और विशेषकर कुलपति एवं प्रति कुलपति से जो प्यार एवं सम्मान मिला है, वह अविस्मरणीय है. वे हमेशा विश्वविद्यालय के हित में कार्य करते रहेंगे. इस अवसर पर सभी ने एकमत से आगे भी सेवानिवृत्त के अवसर पर सम्मान समारोह आयोजित करने की परंपरा जारी रखने की जरूरत बताई.
इस अवसर पर कुलसचिव कर्नल नीरज कुमार, डीआर एकेडमिक डाॅ. एम. आई. रहमान, पीआरओ डाॅ. सुधांशु शेखर, एनएसएस समन्वय डाॅ. अशोक कुमार सिंह, विकास पदाधिकारी डाॅ. ललन प्रसाद अद्री, बीएओ डाॅ. एस. के. पोद्दार, खेल सचिव डॉ. अबुल फजल, उप सचिव डाॅ. शंकर कुमार मिश्र, डाॅ. संजय कुमार मिश्र, डाॅ. सीताराम शर्मा, डाॅ. अशोक कुमार आदि उपस्थित थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)