मधेपुरा
भारत में कई शहरों सड़क सुरक्षा सप्ताह बहुत उत्साह और आनंद के साथ मनाया जाता है. सड़क सुरक्षा से संबंधित बहुत से कार्यक्रमों का आयोजन करने के द्वारा लोगों को सड़क पर कैसे वाहन चलाते हैं के बारे में प्रोत्साहित किया जाता है.
इस अभियान के पूरे सप्ताह के दौरान विभिन्न प्रकार के शैक्षणिक बैनर, सुरक्षा पोस्टर, सुरक्षा फिल्म, जेब गाइड और सड़क सुरक्षा से संबंधित पत्रक आदि सड़क पर यात्रा करने वाले यात्रियों को दिए जाते हैं. सड़क पर यात्रा करते समय वे सड़क सुरक्षा के बारे में प्रोत्साहित होते हैं. वे लोग जो गलत तरीके से सड़क पर वाहन चलाते हैं, उन्हें गुलाब का फूल देकर उनसे सड़क सुरक्षा मानकों और यातायात के नियमों का पालन करने का अनुरोध किया जाता है.
इस वर्ष सड़क सुरक्षा सप्ताह 4 फरवरी से 10 फरवरी तक मनाया जायेगा, इस वर्ष सड़क सुरक्षा सप्ताह की यह 30वीं वर्षगांठ है. इस विशेष सप्ताह को देखते हुए यातायात विभाग तैयारियों कर लोगों में यातायात तथा सड़क सुरक्षा से जुड़े नियमों के विषय में जागरुकता लाने के कई सारे कार्यक्रमों शुभारंभ किया है. पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा 4 फरवरी, सोमवार के दिन सड़क सुरक्षा सप्ताह पर पूरे देश भर में विशेष अभियान चलाया.
इस दौरान लोगो को सड़क सुरक्षा तथा यातायाच से जुड़े नियम, सावधानी और सुरक्षात्मक ड्राइविंग के तरीके बताए जाएंगे. इसके साथ ही इस दौरान चालकों के नेत्र जांच, सड़क सुरक्षा पर चित्रकला, निबंध आदि जैसे कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जायेगा. भारतीय उपमहाद्वीप में लोगों को राष्ट्रीय सड़कों की सुरक्षा के बारे में लोगों को जागरुक करने के लिए सड़क सुरक्षा अभियान का आयोजन आईएसएस भारत, एचएसई (स्वास्थ्य, सुरक्षा और वातावरण) द्वारा की गई पहल है.
आईएसएस भारत ने देश में जनवरी के पहले हफ्ते में पूरे सप्ताह के दौरान सड़क सुरक्षा सप्ताह को मनाने की घोषणा की गई थी. इस अभियान का आयोजन करने का लक्ष्य सड़क सुरक्षा के लिए सिर्फ साधारण नियमों का पालन करने के द्वारा सुरक्षित सड़क यात्रा पर जोर देना था. आंकड़ों के अनुसार यह दर्ज किया गया है कि, हर साल लगभग एक लाख लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं, या उनमें से कुछ मानसिक आघात, याददाश्त में कमी, हाथ या पैर की हानि, पूरे जीवन भर के लिए परेशानी वाली समस्याओं से पीड़ित हो जाते हैं.
इस तरह की स्थितियों के कारण, विशेषरुप से भारत में सड़क सुरक्षा के उपायों का महत्व और आवश्यकता बढ़ जाती है. भारत में सड़क पर यात्रा करने वालों की बहुत बड़ी जनसंख्या है, जैसे- दुपहिया वाहन, चार पैरों वाले वाहन आदि, इसलिए उन्हें और भी अधिक सड़क सुरक्षा के बारे में जानना चाहिए. सड़क सुरक्षा सप्ताह एक ऐसा अवसर है जब हम जीवन और इसके सुरक्षा का महत्व समझ सकते है और इस बात पर विचार कर सकते हैं कि यातायात नियमों का पालन करके हम ना सिर्फ अपनी जान बचा पायेंगे बल्कि की दूसरों की भी रक्षा कर पायेंगे.
अगर आप प्रत्यक्ष रुप से इन अभियानों में शामिल नही हो पाते है तो भी आप इन नियमों को मानकर इसमें काफी सहयोग दे सकते है. चाहे कितने भी नियम बना दिये जाये पर आपको यह बात याद रखनी चाहिए की आपके जीवन की सुरक्षा आपके खुदके हांथ में होती है और यातायात नियमों का पालन करके आप अपने साथ-साथ दूसरों की सुरक्षा में भी योगदान देंगे.
भारत में कई शहरों सड़क सुरक्षा सप्ताह बहुत उत्साह और आनंद के साथ मनाया जाता है. सड़क सुरक्षा से संबंधित बहुत से कार्यक्रमों का आयोजन करने के द्वारा लोगों को सड़क पर कैसे वाहन चलाते हैं के बारे में प्रोत्साहित किया जाता है.
इस अभियान के पूरे सप्ताह के दौरान विभिन्न प्रकार के शैक्षणिक बैनर, सुरक्षा पोस्टर, सुरक्षा फिल्म, जेब गाइड और सड़क सुरक्षा से संबंधित पत्रक आदि सड़क पर यात्रा करने वाले यात्रियों को दिए जाते हैं. सड़क पर यात्रा करते समय वे सड़क सुरक्षा के बारे में प्रोत्साहित होते हैं. वे लोग जो गलत तरीके से सड़क पर वाहन चलाते हैं, उन्हें गुलाब का फूल देकर उनसे सड़क सुरक्षा मानकों और यातायात के नियमों का पालन करने का अनुरोध किया जाता है.
इस वर्ष सड़क सुरक्षा सप्ताह 4 फरवरी से 10 फरवरी तक मनाया जायेगा, इस वर्ष सड़क सुरक्षा सप्ताह की यह 30वीं वर्षगांठ है. इस विशेष सप्ताह को देखते हुए यातायात विभाग तैयारियों कर लोगों में यातायात तथा सड़क सुरक्षा से जुड़े नियमों के विषय में जागरुकता लाने के कई सारे कार्यक्रमों शुभारंभ किया है. पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा 4 फरवरी, सोमवार के दिन सड़क सुरक्षा सप्ताह पर पूरे देश भर में विशेष अभियान चलाया.
इस दौरान लोगो को सड़क सुरक्षा तथा यातायाच से जुड़े नियम, सावधानी और सुरक्षात्मक ड्राइविंग के तरीके बताए जाएंगे. इसके साथ ही इस दौरान चालकों के नेत्र जांच, सड़क सुरक्षा पर चित्रकला, निबंध आदि जैसे कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जायेगा. भारतीय उपमहाद्वीप में लोगों को राष्ट्रीय सड़कों की सुरक्षा के बारे में लोगों को जागरुक करने के लिए सड़क सुरक्षा अभियान का आयोजन आईएसएस भारत, एचएसई (स्वास्थ्य, सुरक्षा और वातावरण) द्वारा की गई पहल है.
आईएसएस भारत ने देश में जनवरी के पहले हफ्ते में पूरे सप्ताह के दौरान सड़क सुरक्षा सप्ताह को मनाने की घोषणा की गई थी. इस अभियान का आयोजन करने का लक्ष्य सड़क सुरक्षा के लिए सिर्फ साधारण नियमों का पालन करने के द्वारा सुरक्षित सड़क यात्रा पर जोर देना था. आंकड़ों के अनुसार यह दर्ज किया गया है कि, हर साल लगभग एक लाख लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं, या उनमें से कुछ मानसिक आघात, याददाश्त में कमी, हाथ या पैर की हानि, पूरे जीवन भर के लिए परेशानी वाली समस्याओं से पीड़ित हो जाते हैं.
इस तरह की स्थितियों के कारण, विशेषरुप से भारत में सड़क सुरक्षा के उपायों का महत्व और आवश्यकता बढ़ जाती है. भारत में सड़क पर यात्रा करने वालों की बहुत बड़ी जनसंख्या है, जैसे- दुपहिया वाहन, चार पैरों वाले वाहन आदि, इसलिए उन्हें और भी अधिक सड़क सुरक्षा के बारे में जानना चाहिए. सड़क सुरक्षा सप्ताह एक ऐसा अवसर है जब हम जीवन और इसके सुरक्षा का महत्व समझ सकते है और इस बात पर विचार कर सकते हैं कि यातायात नियमों का पालन करके हम ना सिर्फ अपनी जान बचा पायेंगे बल्कि की दूसरों की भी रक्षा कर पायेंगे.
अगर आप प्रत्यक्ष रुप से इन अभियानों में शामिल नही हो पाते है तो भी आप इन नियमों को मानकर इसमें काफी सहयोग दे सकते है. चाहे कितने भी नियम बना दिये जाये पर आपको यह बात याद रखनी चाहिए की आपके जीवन की सुरक्षा आपके खुदके हांथ में होती है और यातायात नियमों का पालन करके आप अपने साथ-साथ दूसरों की सुरक्षा में भी योगदान देंगे.