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प्रोवीसी को ज्ञापन सौंपते छात्र नेता |
मधेपुरा
छात्र संघ काउंसिल मेंबर सह एनएसयूआई नेता आशीष आनंद व अमित कन्हैया ने मंगलवार को बीएनएमयू के प्रति कुलपति डॉ. फारुक अली को विभिन्न समस्याओं को लेकर छह सूत्री ज्ञापन सौंपा.
जिसमें स्नातक (सत्र 2017-20) के पार्ट वन के पेंडिंग व प्रमोटेड छात्रों का रिजल्ट प्रकाशित करने, स्नातक पार्ट थर्ड परीक्षा 2019 के पेंडिंग रिजल्ट में जल्द सुधार करने, विवि अंतर्गत सभी कॉलेजों में पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था मुहैया करने की मांग शामिल हैं.
इसके अलावा एमएलटी कॉलेज, सहरसा में कैफेटेरिया निर्माण में हुए अनियमितता के दोषी दो पूर्व प्राचार्य डॉ. राजीव सिंहा व डॉ. केपी यादव पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए निलंबित करने की मांग की. साथ ही सभी महाविद्यालयों में नियमित प्राचार्य के बहाली की भी मांग की गई.
पूर्व प्रधानाचार्य पर दर्ज हो प्राथमिकी :
बीएनएमयू अंतर्गत एमएलटी कॉलेज, सहरसा में कैफेटेरिया निर्माण में हुए अनियमितता के मामले में दो पूर्व प्रधानाचार्यों पर प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग एनएसयूआई राष्ट्रीय संयोजक मनीष कुमार ने की है.
उन्होंने इस मामले में तत्कालीन विवि प्रशासन पर भी सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि रेस्टोरेंट का निर्माण नियम परिनियम के विरुद्ध किया गया था. लोकायुक्त के हस्तक्षेप से मामले का पटाक्षेप हो सका है. बीएनएमयू प्रशासन इसे दबाने में लगी थी. एनएसयूआई बगैर विवि की अनुमति से भूमि अधिग्रहण कर रेस्टोरेंट बनाए जाने का विरोध शुरू से कर रहा है.
मामले की शिकायत तत्कालीन कुलपति और विश्वविद्यालय के सभी पदाधिकािरयों से भी किया था. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक मनीष कुमार ने बीएनएमयू प्रशासन से मांग किया है कि दोषी प्राचार्य को अविलंब निलंबित किया जाए.