मधेपुरा: शुक्रवार को कॉलेज चौक स्थित गीतांजली स्टूडियो के प्रोपराइटर प्रो. अमरेश कुमार के साथ कथित दूकान मालिक गुड्डू स्वर्णकार, मो. चाँद ने अपने अन्य साथियों के साथ स्टूडियो में जबर्दस्ती घुसकर अंदर बैठे दूकान मालिक एवं ग्राहकों के साथ अभद्र व्यवहार किया. मौके पर हुई हाथापाई के बाद प्रो. अमरेश कुमार को हार्ट अटैक आ गया. जिसके बाद उन्हें आनन-फानन में जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया जहाँ इलाज के दौरान ब्रेन हेमरेज बताकर चिकित्सकों ने उन्हें सिलीगुड़ी रेफर कर दिया लेकिन सिलीगुड़ी ले जाने के क्रम में रास्ते में ही मरीज ने दम तोड़ दिया.
परिजन जब उन्हें लेकर वापस लौटे तो यहाँ थाने में मामले की शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम भी कराया गया. बता दें कि प्रो. अपने पीछे अपनी पत्नी, एक बेटा, बहु और डेढ़ वर्ष की पोती समेत भरापूरा परिवार छोड़ गए. मृतक अमरेश कुमार के बेटे विवेक कुमार ने बताया कि जिस मकान में उनके पिताजी वर्षों से गीतांजली स्टूडियो चला रहे थे उस मकान के असली मालिक का नाम मो. आलम है, जिनके साथ दूकान का एग्रीमेंट किया गया था लेकिन एग्रीमेंट के कुछ समय बाद ही उन्होंने अपनी जमीन गहना ज्वेलर्स के प्रोपराइटर गुड्डू सोनी को बेच दिया. इन सबके बावजूद दूकान चलाने में कभी कोई परेशानी नहीं हुई.
इधर लॉकडाउन के दौरान कुछ समय से कथित मकान मालिक गुड्डू सोनी ने दूकान खाली करने को कहा जबकि एग्रीमेंट के मुताबिक अभी समय पूरा नहीं हुआ है. फिर भी प्रो. अमरेश ने कुछ समय की मोहलत माँगते हुए दूकान खाली कर देने का आश्वासन दिया. इन सबके बावजूद अचानक शुक्रवार को कथित मकान मालिक गहना ज्वेलर्स के प्रोपराइटर गुड्डू सोनी अपने सहयोगी मो. चाँद व अन्य व्यक्तियों के साथ दूकान पर पहुँचकर हाथापाई एवं अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगे. इस बारे में स्थानीय प्रशासन को आवेदन देकर पूरी घटना की जानकारी दे दी गई है लेकिन अब तक प्रशासन के द्वारा इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया है. थानाध्यक्ष सुरेश कुमार सिंह ने बताया कि परिवार द्वारा आवेदन प्राप्त हो गई है. मामले की जांच की जा रही है. दोषी दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.
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