मधेपुरा: क्रांति दिवस के अवसर पर एआईएसएफ के छात्र नेताओं ने डीएम के नाम लिखे पत्र में राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय फलक पर स्थापित मधेपुरा में मूलभूत सुविधाओं के अभाव व कुव्यवस्था के समाधान की मांग की. संगठन के राष्ट्रीय परिषद् सदस्य सह बीएनएमयू प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर के नेतृत्व में डीएम की गैरहाजिरी में उनके कार्यालय को आवेदन उपलब्ध कराया. छात्र नेता राठौर ने कहा कि विद्युत रेलवे इंजन कारखाना, मेडिकल कॉलेज, विश्वविद्यालय आदि के कारण जिले की पहचान बड़े स्तर पर है लेकिन स्थानीय स्तर पर लोग जिला बनने के तीन दशक बाद भी मूलभूत सुविधाओं के मोहताज हैं.
उन्होंने कहा कि कलेक्टर ऑफिस के सामने स्थित केंद्रीय पुस्तकालय जर्जर अवस्था में है जिसको सुव्यवस्थित करने की जरूरत है, वर्षों से बनें आडिटोरियम को अविलंब जिले वशियों को सुपुर्द करने की जरूरत जरूरत है वरना मुख्यालय का एकमात्र सार्वजनिक आडिटोरियम उपयोग में आने से पहले ही नष्ट हो जाएगा. वहीं उन्होंने कहा कि जिला को अपना गजेटियर नहीं है इसके प्रकाशन को पहल करने की जरूरत है. शव जलाने को लेकर लोगों को बहुत परेशानी झेलनी पड़ती है इसके लिए सुचारू रूप से मुक्तिधाम शुरू करने की पहल की जरूरत है. मुख्यालय में पोल पर लाइट की व्यवस्था नहीं होने से छिनतई व चोरी आम बात है साथ ही कचड़ा उठाव और सफाई की लचर व्यवस्था चरम पर है.
लगातार मांग के बाद भी पब्लिक टॉयलेट नहीं बन सका. इसके समाधान की जरूरत है. एआईवाईएफ के राष्ट्रीय परिषद् सदस्य शम्भु क्रांति ने कहा कि इन मुद्दों पर काम कर जिले कि छवि को और समृद्ध किया जा सकता है यह आमजन की मूलभूत जरूरत है इसको लेकर सकारात्मक कदम जिला प्रशासन द्वारा उठाना चाहिए. एआईएसएफ के राज्य परिषद् सदस्य सौरभ कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय व प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर जिले की समस्या के समाधान के लिए पहल की मांग डीएम से की गई है संगठन को पूर्ण विश्वास है कि डीएम इसपर कारगर पहल करेंगे. उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में रक्षा बंधन के बाद फिर संगठन मिलकर उक्त मुद्दों पर जिला प्रशासन के पहल की जानकारी लेगा.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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