आज है जिले का 43वां स्थापना दिवस, अतीत को याद करने का दिन - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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9 मई 2023

आज है जिले का 43वां स्थापना दिवस, अतीत को याद करने का दिन

प्रथम डीएम डॉ.एसपी सेठ का सम्मान करते हुए डॉ. मधेपुरी
मधेपुरा: याद कीजिए 9 मई, 1981 का वह ऐतिहासिक दिन. स्थानीय रासबिहारी उच्च माध्यमिक विद्यालय का वह विशाल मैदान. दर्शकों से खचाखच भरी हुई भीड़. जिले का उद्घाटन कर रहे थे तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र. अध्यक्षता कर रहे थे सामाजिक न्याय के पुरोधा एवं पूर्व मुख्यमंत्री बीपी मंडल. मुख्य अतिथि थे पूर्व कुलपति डॉ. केके मंडल, स्वागताध्यक्ष थे टीपी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. महावीर प्रसाद यादव और कार्यक्रम संयोजक नगरपालिका के तत्कालीन उपाध्यक्ष डॉ. भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी. 

जानिए कि 1845 में अनुमंडल बना था मधेपुरा. 136 वर्षों तक अनुमंडल बने रहने के बाद मधेपुरा को जिला का दर्जा देने आए थे मुख्यमंत्री डॉ.जगन्नाथ मिश्र. इस महादान के लिए महा सम्मान में जुटे थे- मधेपुरा के नर-नारियों, व्यापारियों, कर्मचारियों, बुद्धिजीवियों तथा बच्चे-बूढ़े-नौजवानों. मुख्यमंत्री डॉ.मिश्रा अपना दाहिना हाथ डीएम डॉ. एसपी सेठ (भाप्रसे) एवं बायाँ हाथ एसपी श्री अभयानंद (भापुसे) के कंधे पर रखते हुए मधेपुरा वासियों से यही कहा था- "युवा डीएम श्री एसपी सेठ आपके नए जिले का विकास एवं युवा एसपी श्री अभयानंद आपकी सुरक्षा ठीक से तभी कर पाएंगे जब आपका भरपूर सहयोग इन्हें मिलता रहेगा."

प्रथम एसपी श्री अभयानंद का सम्मान करते हुए डॉ. मधेपुरी
आज भले ही 1989 में बने विशाल तीन मंजिले भवन में जिला मुख्यालय का डीएम, एसपी सहित अन्य कार्यालय जन कार्यों में लगा है, परंतु 9 मई, 1981 को यह जिला स्थानीय पुराने भवन वाले जीवन सदन की मात्र 2 कोठरियों में ही आरंभ हुआ था. उसी जीवन सदन के निकट प्रेमचंद हरनाथका के किराए वाले मकान में एसपी कार्यालय संचालित होता रहा. आरंभ में बीएन मंडल स्टेडियम की जगह सारे कार्यक्रम रासबिहारी विद्यालय के मैदान में हुआ करता था. स्वतंत्रता दिवस पर जिले का पहला ध्वजारोहण भी उसी मैदान में हुआ था. उन दिनों डीएम का आवास तत्कालीन कोसी प्रोजेक्ट के इंस्पेक्शन बंगला (जो वर्तमान में भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के कुलपति का कार्यालय है) में हुआ करता था। और एसपी का आवास शहीद चुल्हाय मार्ग स्थित जिला परिषद के डाक बंगला में हुआ करता था. 


अंत में कार्यक्रम संयोजक डॉ. मधेपुरी के अनुसार श्री बीपी मंडल के अध्यक्षीय भाषण के चंद शब्द जैसा उन्होंने अपने संबोधन में कहा था- "सर्वशक्तिमान ईश्वर को मैं धन्यवाद देता हूं कि मुझे इस जीवन में ही मधेपुरा को जिला होते देखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. आज मैं मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र को धन्यवाद देता हूं और बड़े भाई के नाते आशीर्वाद भी देता हूं कि उन्होंने मधेपुरा को जिला बनाकर साबित कर दिया कि वे जात-पात एवं संकुचित विचार से ऊपर हैं. यूँ मुझे भी बिहार का मुख्यमंत्री रहने का मौका मिला, लेकिन अल्पावधि में ही सही मैं भी मधेपुरा को जिला नहीं बना सका."

(रिपोर्ट:- ईमेल)

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