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प्रथम डीएम डॉ.एसपी सेठ का सम्मान करते हुए डॉ. मधेपुरी |
जानिए कि 1845 में अनुमंडल बना था मधेपुरा. 136 वर्षों तक अनुमंडल बने रहने के बाद मधेपुरा को जिला का दर्जा देने आए थे मुख्यमंत्री डॉ.जगन्नाथ मिश्र. इस महादान के लिए महा सम्मान में जुटे थे- मधेपुरा के नर-नारियों, व्यापारियों, कर्मचारियों, बुद्धिजीवियों तथा बच्चे-बूढ़े-नौजवानों. मुख्यमंत्री डॉ.मिश्रा अपना दाहिना हाथ डीएम डॉ. एसपी सेठ (भाप्रसे) एवं बायाँ हाथ एसपी श्री अभयानंद (भापुसे) के कंधे पर रखते हुए मधेपुरा वासियों से यही कहा था- "युवा डीएम श्री एसपी सेठ आपके नए जिले का विकास एवं युवा एसपी श्री अभयानंद आपकी सुरक्षा ठीक से तभी कर पाएंगे जब आपका भरपूर सहयोग इन्हें मिलता रहेगा."
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प्रथम एसपी श्री अभयानंद का सम्मान करते हुए डॉ. मधेपुरी |
अंत में कार्यक्रम संयोजक डॉ. मधेपुरी के अनुसार श्री बीपी मंडल के अध्यक्षीय भाषण के चंद शब्द जैसा उन्होंने अपने संबोधन में कहा था- "सर्वशक्तिमान ईश्वर को मैं धन्यवाद देता हूं कि मुझे इस जीवन में ही मधेपुरा को जिला होते देखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. आज मैं मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र को धन्यवाद देता हूं और बड़े भाई के नाते आशीर्वाद भी देता हूं कि उन्होंने मधेपुरा को जिला बनाकर साबित कर दिया कि वे जात-पात एवं संकुचित विचार से ऊपर हैं. यूँ मुझे भी बिहार का मुख्यमंत्री रहने का मौका मिला, लेकिन अल्पावधि में ही सही मैं भी मधेपुरा को जिला नहीं बना सका."
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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