कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन श्री ठाकुर ने कहा कि शिक्षा मनुष्य का तीसरा आँख है. सरकार के कल्याणकारी योजनाओं पर चर्चा करते हुए पढ़ाई के साथ साथ खेलकूद, कलाकारी में भाग लेने की बात कही गई. नोडल पदाधिकारी रश्मि कुमारी ने स्वच्छता माहवारी, सिनेटरी नेफकिन के इस्तेमाल, माताओं एवं बच्चियों के लिए चलाए जा रहे मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से मिलने वाली राशि, भेदभाव, नारीवाद व सामाजिक जेंडर पर प्रकाश डाला. सहायक निदेशक, बाल संरक्षण इकाई विजेता रंजन ने परवरिश योजना, हेल्पलाइन नंबर 1098, बाल विवाह, बाल श्रम व बाल संरक्षण के विषय में बच्चों को नियम कानून के प्रावधानों के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया.
जिला समन्वयक नूतन कुमारी मिश्र ने उड़ान परियोजना के तहत मधेपुरा जिले में महिला एवं बाल विकास निगम एवं यूनिसेफ़ के संयुक्त तत्वावधान में एक्शन एड संस्था द्वारा उड़ान परियोजना अंतर्गत किशोर -किशोरियों के सशक्तिकरण हेतु किया जा रहा हैं. बाल हितैषी पंचायत बनाने के लिए अभी 4 प्रखंड के 20 पंचायत में पंचायत स्तरीय बाल सभा किया गया और किशोर -किशोरी द्वारामांग पत्र तैयार कर ग्राम विकास योजना में शामिल करने हेतु बच्चों ने पंचायत प्रतिनिधि को सौंपा के अधिकार पर विशेष रूप से चर्चा किया. बाल सभा-बाल दरबार में बच्चों से संबंधित अपने आसपास की स्थिति परिस्थितियों की चर्चा करने के उपरांत समस्या, सुझाव व सरकार की अच्छी व सहयोगी योजनाओं नीतियों पर चार समूहों में बंट कर चर्चा की और मांग पत्र तैयार किया तथा ICDS DPO व कार्यक्रम में उपस्थित जिले के अन्य पदाधिकारियों से मिलकर मांग पत्र को साझा किया गया.
चार प्रखंड के 20 पंचायत के विकास मित्र समूह के किशोर- किशोरी, स्कूल के बच्चे, कस्तूरबा की बच्ची, बाल विवाह, बाल मज़दूरी से मुक्त बच्चे ने कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. बच्चों द्वारा स्वागत गान, भाषण, कविता, संगीत और पेंटिंग किया गया. कार्यक्रम में लैंगिक विशेषज्ञ राजेश कुमार, प्रखंड समन्वयक राकेश कुमार, विकास मित्र, स्कूल के शिक्षक, कस्तूरबा गांधी विद्यालय, मधेपुरा की छात्राएं के साथ-साथ कई छात्र-छात्राएं मौजूद थी.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
पब्लिसिटी के लिए नहीं पब्लिक के लिए काम करना ही पत्रकारिता है....