मधेपुरा: देश भर में नए साल की धूम है. लोग अलग-अलग तरीके से नए साल के पहले दिन को यादगार बनाने की कोशिश कर रहे हैं. कोई परिवार के साथ वक्त बिता रहा है, तो कोई अपने संकल्प को पूरा कर साल की शुरुआत कर रहा है. राज्य में रक्तदान के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाने वाली संस्था संकल्प मैत्री फाउंडेशन ने नए वर्ष की शुरुआत पर सदर अस्पताल मधेपुरा स्थित ब्लड बैंक में रक्तदान शिविर लगाया. रक्तदान शिविर में संस्थापक सुनीत साना, गरिमा उर्विशा, अब्यम ओनू, शैब्यम शशि आदि ने रक्तदान किया. मौके पर मौजूद ब्लड बैंक प्रभारी राजकुमार पूरी ने कहा कि पूरे प्रदेश में किसी को अगर रक्त की आवश्यकता होती है तो सबसे पहले संकल्प मैत्री फाउंडेशन से संपर्क करते हैं. इनसे संपर्क करने वाले अधिकांश लोगों को रक्त उपलब्ध करवा दी जाती है. जैसा संस्था का नाम है वैसा ही काम भी है. कोरोना योद्धा व संस्था के संस्थापक सुनीत साना ने लोगों से अपील किया है कि समय-समय पर दूसरों की जान बचाने के लिए रक्तदान करते रहें. अमूमन लोगों में यह भ्रांति रहती है कि रक्तदान की वजह से शारीरिक कमजोरी आती है. हालांकि इस बात में सच्चाई नहीं है. रक्तदान करने से किसी प्रकार की कोई शारीरिक कमजोरी नहीं आती है बल्कि रक्तदाता का मानसिक विकास होता है. रक्तवीरांगना व संस्था की सदस्या गरिमा उर्विशा ने कहा कि कोई भी स्वस्थ व्यक्ति दूसरे की जान बचाने के लिए रक्तदान कर सकता है. 18 साल से ज्यादा उम्र के व्यक्ति रक्तदान कर सकते हैं. कोई भी व्यक्ति जिसका वजन 45 किलो से ऊपर हो, वह आसानी से रक्तदान कर सकता है. एक यूनिट रक्त कम से कम तीन लोगों की जान बचाने के लिए सहायक सिद्ध होता है. रक्तदान को महादान इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि रक्तदान का कोई अन्य विकल्प नहीं है. रक्त की कमी केवल रक्तदान से ही पूरी हो सकती है. मौके पर संतोष राजा, रूपेश कुमार, रमण कुमार, ऋषि राज सहित अन्य लोग मौजूद थे.
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