अब मंदिर के राशि मे नहीं होगा कमीशन का खेल
मंत्री ने कहा अब मंदिर के राशि मे कमीशन का खेल नहीं चलेगा. सरकार से मिलने वाली राशि सीधे मंदिर न्यास समिति खर्च करेगी. इसमें कोई टेंडर अथवा जिला कार्यालय की कोई भूमिका नही रहेगी. मंदिर न्यास के सदस्य, सचिव व मैनेजर खुद मार्केट का अध्ययन कर सामानों की खरीददारी करेंगे. कार्यों की समाप्ति के बाद विभाग की टीम खर्चो का सत्यापन करेगी. यहां समिति श्रद्धालु को सुविधा प्रदान करें. मंत्री ने कहा बाबा के नाम एक रुपया भी कमीशन का खेल नहीं चलेगा. खर्च में पारदर्शिता बरतने के लिए समिति बाजार में घूम घूमकर कोई समान की खरीदारी करेगी. कमीशनखोरी पर विराम लगेगा.
सिंहेश्वर में अतिक्रमणकारियो पर चलेगा बुलडोजर
मंत्री ने एसडीओ और सीओ को सात दिन के अंदर सिंहेश्वर बाजार की सड़कों से अतिक्रमण खाली कराने का निर्देश दिया. कहा कि अतिक्रमणकारियो पर बुलडोजर चलाए. इसके बाद भी नहीं माने तो केस दर्ज कराए. विभाग की टीम करेगी स्थिति का आकलन करेगी.
बुधवार को बैठक कर लिया राजकीय मेला लगाने का निर्णय
डीएम सह मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष ने पत्र भेज कर बताया कि वैद्यनाथ धाम के बाद सबसे बड़ा शिव नगरी सिंहेश्वर स्थान है. लेकिन विभाग द्वारा श्रावणी मेला सिंहेश्वर में नहीं लग रहा है. मंत्री ने तत्काल विभाग के अधिकारियों के साथ बुधबार को बैठक कर लियाहेश्वर स्थान में राजकीय श्रावणी मेला लगाने का निर्णय लिया. मंदिर के नियंत्रण कक्ष में मंत्री ने मंदिर न्यास समिति से भी सुझाव मांगा. इसमें सावन भादों में विभिन्न घाट से गंगा जल भर कर आने वाले डाक बम और कांवरियों के लिए रास्ते मे सुविधा बढ़ाने की मांग की गयी.
सिंहेश्वर नगर पंचायत बन को मिल सकता है नगर परिषद का दर्जा
प्रेस वार्ता में मंत्री ने कहा सिंहेश्वर के चेयरमैन व वार्ड कमिश्नर को बाबा नगरी की चिंता होनी चाहिए. उन्हें सुझाव देना चाहिए कि हमारे नगर पंचायत को स्पेशल पैकेज की जरूरत है. सिंहेश्वर स्थान एक अलग महत्व रखता है. इसको नगर परिषद बनाया जा सकता हैै. नाला रोड बनाने के लिए नगर पंचायत में चेयरमैन वार्ड पार्षद नहीं बने हैंं. सिंहेश्वरनाथ को देश स्तर पर पहचान दिलाने की नगर पंचायत की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है. सबसे पहले यहां के लोगों को जागृति होना होगा. यहां के लोगों का जब तक इच्छा शक्ति नहीं होगा तब तक सिंहेश्वर स्थान का संपूर्ण विकास नहीं हो सकता है. न्यास समिति में बड़े-बड़े नेता बड़े-बड़े आदमी को सदस्य बना दिया गया है. जब तक इस क्षेत्र का वार्ड कमिश्नर इसका सदस्य नहीं होगा आपकी बातों को सही प्लेटफॉर्म पर नहीं रख पाएगा.
(रिपोर्ट:- मिथिलेश कुमार)
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