केंद्र सरकार के खिलाफ एनएसयूआई ने किया आक्रोश मार्च - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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17 अप्रैल 2025

केंद्र सरकार के खिलाफ एनएसयूआई ने किया आक्रोश मार्च

मधेपुरा: बुधवार को ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय परिसर से बड़ी संख्या में एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश उपाध्यक्ष निशांत यादव के नेतृत्व में शहर में आक्रोश मार्च निकालकर केंद्र सरकार द्वारा ईडी का दुरुपयोग कर विपक्षी नेताओं को साजिशन झूठे मामले में उलझाने के खिलाफ ईडी और केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. आक्रोश मार्च का नेतृत्व कर रहे एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि भाजपा और आरएसएस की नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने इस देश में अघोषित आपातकाल लागू कर दिया है. सरकार के गलत और जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने वालों को अपराधी घोषित कर दिया जाता है. झूठे मामले में फसाकर डराया जाता है. ईडी, सीबीआई का भय दिखाया जाता है. 
उन्होंने कहा कि जननेता राहुल गांधी हमेशा देश के गरीब, कमजोड़, छात्र, नौजवान, किसान, मजदूर, दलित एवं वंचितों के हक, अधिकार और सम्मान और उनके पीड़ाओं पर सरकार से सवाल करते है. सरकार के जनविरोधी नीतियों और घोटालों को बेनकाब करते है. जिसके कारण केंद्र सरकार बदले की भावना से कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर झूठे मामले बनाकर उन्हें डराने और धमकाने का प्रयास करती है. कहा कि मोदी हिटलरशाही पर उतारू है. उन्हें विरोध करने वाले लोग पसंद नहीं है. वो चाहे किसान हो, नौजवान, छात्र, महिला या मजदूर हो. जब भी किसी जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन हुए सरकार ने बेरहमी से उसको कुचलने का प्रयास किया है. इससे पूर्व भी जब जननेता राहुल गांधी ने मोदी और अडानी के बीच संबंध पर सवाल उठाया तो उनपर फर्जी मुकदमे कर उनके संसद सदस्यता रद्द कर दी गई. 
उन्हें आवास से बाहर कर दिया गया लेकिन जब उससे भी रुके तो आज फिर बहुत पुराने मामले में ईडी द्वारा उन्हें डराने के लिए चार्जशीट में सोनिया गांधी और राहुल गांधी का नाम शामिल किया जा रहा है. मोदी सरकार के इस हिटलरशाही से कांग्रेस न कभी डरा है और न ही हमारे नेता राहुल गांधी डरेंगे. आज देश में लोकतंत्र और संविधान खतरे में है. आक्रोश मार्च में जिला सचिव सोनू कुमार, जिला महासचिव नवीन कुमार, गम्हरिया प्रखंड अध्यक्ष नीतीश यादव, प्रखंड संयोजक रणधीर कुमार, आशीष कुमार, कृष्णामोहन कुमार, विभाष कुमार विमल, लालबहादुर, रितेश कुमार, एडी यादव, रणजीत कुमार, संजीत कुमार, चंदन कुमार, शंकर कुमार, राजकुमार, प्रद्युम्न कुमार, सुधांशु कुमार, आशुतोष राजा, अमरजीत कुमार, ललटू कुमार समेत दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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