फिर भी जो तू ना कहे सांसे छोड़ जाऊंगा
तू जो रहे साथ मेरे जमाना जीत लूंगा जो तू साथ नहीं
ईक कदम भी ना चल पाऊंगा !
तेरी उम्मीद में मैं छू लूं सितारे
फिर भी जो तू रखे मुझसे फासले
तो मैं बादलों में गुम हो जाऊंगा
बस ईक दफा सुन ले तू मेरी आंखो कि आवाज
फिर चाहे तू कोई खता करदे !!
अपनी चाहत का समंदर तेरे सामने रख दी मैंने
बस ईक बार भीग कर तू इसे महसूस करले
चाहे तू फिर मुझे नामंजूर करदे
पर तेरी नामंजूरी के बाद भी हद कर जाऊंगा मैं !!!
यूं तो मैं कभी इबादत नहीं करता
पर तेरी चाहत में मैं ये भी कर जाऊंगा
गर फ़िर भी मेरी चाहत कि गहराई ना समझ पाई
तो अपनी धड़कन तेरे दिल में धड़का जाऊंगा
फ़िर जो दे तू साथ मेरा तो जन्नत ज़मीं पर ले आऊंगा
आख़िर में तू ना मत कहना वरना मैं घुट के मर जाऊंगा