मधेपुरा 21/05/2018
रविवार को सोशल मिडिया पर एक छात्र नेता द्वारा दरोगा के सर्विस पिस्टल के साथ फोटोबाजी कर उसे वायरल किया गया. जिसे एसपी संजय कुमार ने गंभीरता से लेते हुए दरोगा राजेश कुमार रंजन को निलम्बित कर तत्काल कारवाई शुरू कर दिया गया है.
एसपी ने उक्त छात्र नेता के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया. निर्देश मिलते हीं पुलिस बल में हड़कंप सी मच गई है. एसपी ने बताया कि जाँच के दौरान पता चला कि उक्त दारोगा के द्वारा अपने कार्य एवं कर्तव्य के प्रति लापरवाही का मामला सामने आया है. जो एसडीपीओ के जाँच रिपोर्ट में सामने आया है. दरोगा को निलम्बित करते हुए विभागीय कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया.
वहीं छात्र रोहित यादव उर्फ अमरदीप यादव ने सोमवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि जिस मामले को इतनी तुल दी जा रही है इसमें कोई सच्चाई नहीं है. विरोधियों के द्वारा फोटो लेकर सोशल मिडिया पर वायरल किया गया. अध्यक्ष ने कहा कि उक्त मामले में जमीन खरीद फरोख्त करने वाले भूमि माफिया अरविंद यादव एवं संजय का हाथ है. उन्होंने कहा मैं शुरू से हीं बुराइयों के खिलाफ लड़ता रहा हूं. समाज के सभी वर्गों का स्नेह प्राप्त है. अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले की सच्चाई को उजागर करने के लिए मुख्यमंत्री, जिला पदाधिकारी एवं आरक्षी अधीक्षक से मिलकर अपना पक्ष रखेंगे.
न्यायोचित कारवाई करने का आग्रहा करेंगे. छात्र रालोसपा के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अभिषेक कुशवाहा एवं छात्र लोजपा के लड्डू पासवान ने उक्त वीडियो वायरल पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अमरजीत यादव को फंसाने की साजिश का हमारा संगठन जनतांत्रिक ढंग से जमकर विरोध करेगा. युवा जदयू के प्रदेश महासचिव डॉ. एम.एस रहमान उर्फ बाबुल ने उक्त फोटो वायरल पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि विरोधियों के द्वारा हमारी सरकार की छवि को कमजोर करने की गहरी साजिश है जिसका डटकर मुकाबला किया जाएगा.
वहीं दूसरी ओर छात्र नेता का फोटो वायरल की खबर ने तब एक नया मोड़ ले लिया जब अपने आपको बीएनएमयू छात्र अध्यक्ष बताते हुए अमोद कुमार यादव ने रोहित यादव को जदयू का नेता मानने से इनकार कर दिया. उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि रोहित यादव ना तो छात्र जदयू का प्राथमिक सदस्य है और न हीं विश्वविद्यालय अध्यक्ष. उन्होंने कहा कि वे 10 दिनों से जिला मुख्यालय में उपस्थित नहीं थे.
रविवार की देर रात मधेपुरा आने के बाद उन्हें घटना की जानकारी मिली. जिसकी सूचना उन्होंने जदयू प्रदेश अध्यक्ष श्याम पटेल को भी दिया है. उन्होंने कहा कि रोहित कुमार जैसे छात्र नेताओं के द्वारा छात्र जदयू को बदनाम करने की गहरी साजिश है. ऐसे लोगों पर प्रशासन कठोर कार्यवाही करें. छात्र जदयू मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन पर हमेशा छात्र हित में काम किया है और करेगा.
रविवार को सोशल मिडिया पर एक छात्र नेता द्वारा दरोगा के सर्विस पिस्टल के साथ फोटोबाजी कर उसे वायरल किया गया. जिसे एसपी संजय कुमार ने गंभीरता से लेते हुए दरोगा राजेश कुमार रंजन को निलम्बित कर तत्काल कारवाई शुरू कर दिया गया है.
एसपी ने उक्त छात्र नेता के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया. निर्देश मिलते हीं पुलिस बल में हड़कंप सी मच गई है. एसपी ने बताया कि जाँच के दौरान पता चला कि उक्त दारोगा के द्वारा अपने कार्य एवं कर्तव्य के प्रति लापरवाही का मामला सामने आया है. जो एसडीपीओ के जाँच रिपोर्ट में सामने आया है. दरोगा को निलम्बित करते हुए विभागीय कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया.
वहीं छात्र रोहित यादव उर्फ अमरदीप यादव ने सोमवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि जिस मामले को इतनी तुल दी जा रही है इसमें कोई सच्चाई नहीं है. विरोधियों के द्वारा फोटो लेकर सोशल मिडिया पर वायरल किया गया. अध्यक्ष ने कहा कि उक्त मामले में जमीन खरीद फरोख्त करने वाले भूमि माफिया अरविंद यादव एवं संजय का हाथ है. उन्होंने कहा मैं शुरू से हीं बुराइयों के खिलाफ लड़ता रहा हूं. समाज के सभी वर्गों का स्नेह प्राप्त है. अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले की सच्चाई को उजागर करने के लिए मुख्यमंत्री, जिला पदाधिकारी एवं आरक्षी अधीक्षक से मिलकर अपना पक्ष रखेंगे.
न्यायोचित कारवाई करने का आग्रहा करेंगे. छात्र रालोसपा के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अभिषेक कुशवाहा एवं छात्र लोजपा के लड्डू पासवान ने उक्त वीडियो वायरल पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अमरजीत यादव को फंसाने की साजिश का हमारा संगठन जनतांत्रिक ढंग से जमकर विरोध करेगा. युवा जदयू के प्रदेश महासचिव डॉ. एम.एस रहमान उर्फ बाबुल ने उक्त फोटो वायरल पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि विरोधियों के द्वारा हमारी सरकार की छवि को कमजोर करने की गहरी साजिश है जिसका डटकर मुकाबला किया जाएगा.
वहीं दूसरी ओर छात्र नेता का फोटो वायरल की खबर ने तब एक नया मोड़ ले लिया जब अपने आपको बीएनएमयू छात्र अध्यक्ष बताते हुए अमोद कुमार यादव ने रोहित यादव को जदयू का नेता मानने से इनकार कर दिया. उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि रोहित यादव ना तो छात्र जदयू का प्राथमिक सदस्य है और न हीं विश्वविद्यालय अध्यक्ष. उन्होंने कहा कि वे 10 दिनों से जिला मुख्यालय में उपस्थित नहीं थे.
रविवार की देर रात मधेपुरा आने के बाद उन्हें घटना की जानकारी मिली. जिसकी सूचना उन्होंने जदयू प्रदेश अध्यक्ष श्याम पटेल को भी दिया है. उन्होंने कहा कि रोहित कुमार जैसे छात्र नेताओं के द्वारा छात्र जदयू को बदनाम करने की गहरी साजिश है. ऐसे लोगों पर प्रशासन कठोर कार्यवाही करें. छात्र जदयू मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन पर हमेशा छात्र हित में काम किया है और करेगा.