कोरोना वायरस के खतरे से बचने के लिए क्या करें और क्या न करें - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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5 मार्च 2020

कोरोना वायरस के खतरे से बचने के लिए क्या करें और क्या न करें

मधेपुरा
कोरोना वायरस दुनिया के 68 देशों में फैल चुका है. चीन में कोरोना वायरस से करीब 3 हजार लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 89 हजार लोग इस वायरस से संक्रमित हैं. चीन के अलावा अब दक्षिण कोरिया, ईरान, इटली, अमेरिका और फ्रांस जैसे देशों में कई लोगों की मौत हो चुकी है.
                           भारत में भी अब तक 6 मामलों की पुष्टि हो चुकी है. बताया जाता है कि कोरोना वायरस जानवरों से इंसानों में आया है. शुरू में चीन के वुहान में सीफूड होलसेल मार्केट से लोगों में संक्रमण हुआ. कोरोना वायरस से बचने के लिए अब तक कोई कारगर दवा का निर्माण नहीं हो सका है, ऐसे से बचाय ही सबसे बड़ा उपाय है. 
क्‍या करें और क्‍या न करें
विश्व स्वास्थ्य संगठन और कई अन्य संगठनों द्वारा कोरोना वायरस से बचने के लिए कुछ खास बचाव के उपाय बताए हैं. 6 वर्ष से कम और 60 वर्ष से अधिक वाले ज्‍यादा सवाधान रहें. कोरोना वायरस से बचने के लिए आइये जानते हैं एशियन मेडिकल इंस्टीट्यूट बिश्केक किर्गिस्तान से एमबीबीएस कर रही खगड़िया की डॉ शालू शुभम से कि क्‍या करें और क्‍या न करें. 
बदला मुलाकात का परंपरागत तरीका
फ्रांस की सरकार ने संक्रमण से बचने के लिए लोगों से मुलाकात के परंपरागत तरीके (गाल पर चुंबन और हाथ मिलाना) में बदलाव किया है. स्वास्थ्य मंत्री ओलिवियर वेरन ने कहा कि मुलाकात के दौरान किसी भी शारीरिक क्रिया से परहेज किया जा रहा है. हाल ही में जर्मनी के मंत्री होस्र्ट जीहोफर के द्वारा एंजेला मर्केल से हाथ मिलाने से परहेज करने वाला वीडियो काफी वायरल हुआ. 
व्‍यक्तिगत सफाई पर दें ध्‍यान
सफाई के लिए अपने हाथों को लगातार धोते रहें. हाथ गंदे नहीं होने पर भी धोएं  धोने के बाद हो सके तो टिशू का प्रयोग करें. छींकने और खांसने के दौरान अपने मुंह पर हाथ रखें. 
पांच बार हाथ धोएं
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वायरस से निपटने के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने को कहा है. इसके लिए हाथों की सफाई को प्रमुखता दी है और दिन में कम से कम पांच बार हाथ धुलने का सुझाव दिया. डब्ल्यूएचओ ने हाथ को कब और कैसे धुलने का तरीका भी बताया है. 
कब हाथ धोएं
- छींकने और खांसने के बाद. 
- बीमार व्यक्ति से मुलाकात के बाद. 
- शौचालय के इस्तेमाल के बाद. 
- खाने बनाने और खाने के बाद. 
- पशुओं को छूने के बाद. 
ध्यान रखें
- खांसी या छींकने पर टिशू का इस्तेमाल करें या कोहनी से ढकें. 
- अगर कोई व्यक्ति आपके बिल्कुल पास में खांसी या छींके तो कुछ सेकेंड तक टुकड़ों में सांस लें. 
छींकने और खांसने वालों से रखें दूरी
इस बात पर ध्‍यान देना है कि जो लोग छींक रहे हों, उनसे दूरी बनाकर रखें. दरअसल, सर्दी जुकाम से मिलते लक्षण कोरोना वायरस के भी हैं, ऐसे में जब कोई आपके आस-पास छींक रहा हो तो उससे दूर हट जाएं और अपने मुंह को ढकने की कोशिश करें.
चेहरे को छूने से करें परहेज
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधार्थी एलिस्टेयर माइल्स की मानें तो लोगों को बार-बार अपने चेहरे को छूने से बचना चाहिए. उन्होंने एक ट्वीट के जरिए कहा कि अपने चेहरे, नाक और आंखों को न छुएं. वो कहते हैं कि यदि आपके हाथ किसी दूसरे संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से संक्रमित भी हैं तो आप ऐसा करके शरीर के अंदर पहुंचाने में मदद कर सकते हैं. 
मुंह पर रखें मास्‍क 
यह बहुत आम सुरक्षा है. आम तौर पर देखा जाता है कि कई लोगों को मुंह पर मास्क लगाने से बचते हैं और उन्‍हें परेशानी महसूस होती है. कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए इसे पहनना जरूरी है, जब आप अपने घर से बाहर भीड़-भाड़ वाली जगह जा रहे हों. डॉक्टरों के अनुसार, इससे इंफेक्‍शन का खतरा काफी कम हो जाता है. इसके लिए एन 95 मास्‍क पहनने की सलाह दी जाती है.

लिफ्ट में बटन दबाने के लिए करें पेन का प्रयोग
सिंगापुर के मेडिकल स्कूल के प्रोफेसर वांग लिन फा के मुताबिक इस वातावरण में लिफ्ट सबसे ज्यादा घातक है क्योंकि उसी बंद लिफ्ट की हवा में कई लोग सांस लेते हैं और बटन का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में उन्होंने लिफ्ट में बटन दबाने के लिए पेन का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया. साथ ही उन्होंने शौचालय का इस्तेमाल करते समय खास सावधानी बरतने को कहा. 
दरवाजे के हत्थे को संभलकर छुए
यूनिवर्सिटी ऑफ ग्रीफ्सवाल्ड के प्रोफेसर गुंटर काम्फ का कहना है कि ठोस धरातल के बार- बार इस्तेमाल से कोरोना वायरस सबसे तेजी से फैलता है. इस स्थिति में किसी धरातल को कोई संक्रमित व्यक्ति इस्तेमाल करता है और उसी को दोबारा कोई स्वस्थ व्यक्ति छूता है तो वह भी संक्रमित हो जाता है. उन्होंने कहा कि दरवाजे के हत्थे समेत ट्रांसपोर्ट के दौरान ऐसी तमाम वस्तुओं का इस्तेमाल किया जाता है. इनसे परहेज करना चाहिए या कमरे का तापमान ज्‍यादा रखें. 
कोरोना वायरस के इंफेक्‍शन से बचने के लिए अपने कमरे का तापमान 30 डिग्री सेल्‍सियस से अधिक रखें. इससे वायरस के संक्रमण होने की कम होने संभावना होती है. अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप सहित कई वैज्ञानिकों ने कहा है कि गर्मी में कोरोना वायरस का प्रकोप अपने आप कम हो जाएगा. 
ताजा हवा के लिए खिड़कियां खोले रखें
वैज्ञानिकों के अनुसार, यदि हम दरवाजे और खिडकियों को खुला रखकर ताजी हवा में सांस लें तो कोरोना वायरस की चपेट में आने से बचा जा सकता है. ताजी हवा में कोरोना वायरस फैल नहीं पाते हैं. कोशिश करें कि आपके बेडरूम 
और गेस्ट रूम की दरवाजे खिड़कियां खुली रहें. 
अंडा और मांस से रखें दूरी
जब कोरोना वायरस पूरी दुनिया में पैर पसार रहा है तो कोशिश करें कि अंडे और मांस से दूरी रखें. ऐसा करने से आप कोरोना वायरस के इंफेक्‍शन से बचेंगे. 
मोबाइल फोन का नियमित साफ करें. मोबाइल के जरिए भी इंफेक्‍शन हो सकता है. 
कोरोना वायरस से बचने के लिए क्‍या न करें
-यदि आपको खांसी और बुखार आ रहा हो तो लोगों से दूरी बनाए रखें. 
-अपनी आंख, मुंह और नाक को बार-बार न छुएं. 
-सार्वजनिक स्‍थानों पर थूकने से बचें. 
-खेतों की ओर जाने, जीवित पशुओं के बाजार में जानें से बचें. 
-जीवित पशुओं के संपर्क में आने और अधपके मांस को खाने को बचें. 
-जहां जानवर का वध किया जाता हो, वहां जानें से बचें. 
ये लक्षण दिखे तो रहें सावधान
-बुखार, खांसी और जुकाम हो तो यात्रा न करें. 
-अचानक तेज बुखार होना 
-तेज बुखार, जुकाम और खांसी होना. 
-शरीर में तेज दर्द के साथ कमजोरी 
-लिवर और किडनी में परेशानी 
-सांस में तकलीफ होना 
-निमोनिया के लखण दिखना 
-पाचन क्रिया में अचानक तकलीफ होना. 
-ऐसा होने पर डॉक्‍टर से संपर्क करें.

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