मधेपुरा
मनोविज्ञान विभाग, पटना विश्वविद्यालय, पटना के अध्यक्ष प्रो. (डाॅ.) इफ्तिखार हुसैन और पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, पटना के वरिष्ठ शिक्षक प्रो. (डाॅ.) दिनेश कुमार ने प्रति कुलपति डाॅ. फारूक अली से मुलाकात की और मनोविज्ञान विभाग की उपलब्धियों की सराहना की.
प्रो. (डाॅ.) इफ्तिखार हुसैन ने कहा कि बीएनएमयू में पिछले तीन वर्षों में बुनियादी सुविधाओं का काफी विस्तार हुआ है. पहले विभाग महज दो-तीन कमरों में चलता था, लेकिन अब विभाग को पर्याप्त कमरे उपलब्ध हो गए हैं. शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के लिए पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं.
नियमित रूप से कक्षाएँ हो रही हैं. सत्र नियमितिकरण की दिशा में काफी प्रगति हुई है. प्रो. (डाॅ.) दिनेश कुमार ने कहा कि शुरुआती दौर में बीएनएमयू की काफी नकारात्मक छवि थी, लेकिन अब इसकी छबि बदल गई है. वर्तमान विश्वविद्यालय प्रशासन यहाँ आमूल-चूल परिवर्तन हेतु कार्य कर रही है.
इसका सकारात्मक प्रभाव दिख रहा है. हम यहाँ से अच्छा इम्प्रेशन लेकर जा रहे हैं. यहाँ परीक्षा की स्वच्छता और सीआईए एवं वाइवा आदि के प्रावधानों को कड़ाई से लागू करना काबिल-ए-तारीफ है. इस अवसर पर विज्ञान संकाय अध्यक्ष डाॅ. अशोक कुमार यादव, अकादमिक निदेशक डाॅ. एम. आई. रहमान, जनसंपर्क पदाधिकारी डाॅ. सुधांशु शेखर आदि उपस्थित थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
मनोविज्ञान विभाग, पटना विश्वविद्यालय, पटना के अध्यक्ष प्रो. (डाॅ.) इफ्तिखार हुसैन और पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, पटना के वरिष्ठ शिक्षक प्रो. (डाॅ.) दिनेश कुमार ने प्रति कुलपति डाॅ. फारूक अली से मुलाकात की और मनोविज्ञान विभाग की उपलब्धियों की सराहना की.
प्रो. (डाॅ.) इफ्तिखार हुसैन ने कहा कि बीएनएमयू में पिछले तीन वर्षों में बुनियादी सुविधाओं का काफी विस्तार हुआ है. पहले विभाग महज दो-तीन कमरों में चलता था, लेकिन अब विभाग को पर्याप्त कमरे उपलब्ध हो गए हैं. शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के लिए पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं.
नियमित रूप से कक्षाएँ हो रही हैं. सत्र नियमितिकरण की दिशा में काफी प्रगति हुई है. प्रो. (डाॅ.) दिनेश कुमार ने कहा कि शुरुआती दौर में बीएनएमयू की काफी नकारात्मक छवि थी, लेकिन अब इसकी छबि बदल गई है. वर्तमान विश्वविद्यालय प्रशासन यहाँ आमूल-चूल परिवर्तन हेतु कार्य कर रही है.
इसका सकारात्मक प्रभाव दिख रहा है. हम यहाँ से अच्छा इम्प्रेशन लेकर जा रहे हैं. यहाँ परीक्षा की स्वच्छता और सीआईए एवं वाइवा आदि के प्रावधानों को कड़ाई से लागू करना काबिल-ए-तारीफ है. इस अवसर पर विज्ञान संकाय अध्यक्ष डाॅ. अशोक कुमार यादव, अकादमिक निदेशक डाॅ. एम. आई. रहमान, जनसंपर्क पदाधिकारी डाॅ. सुधांशु शेखर आदि उपस्थित थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)