बैठक के बाद शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने कहा कि राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थानों को पांच से 11 अप्रैल तक के लिए बंद कर दिया गया है. कोरोना संक्रमण के मामले को देखते हुए 11 के बाद का निर्णय आगे लिया जाएगा. मालूम हो कि इसके पहले 13 मार्च 2020 को राज्य भर के शैक्षणिक संस्थानों को बंद किया गया था.
इसके करीब नौ महीने बाद चार जनवरी, 2021 को नौवीं से 12 वीं कक्षा और कॉलेजों को इस शर्त के साथ खोला गया कि एक दिन में 50 प्रतिशत उपस्थिति होगी. इसके बाद आठ फरवरी 2021 को कक्षा छह से आठ तक के स्कूलों को खोला गया. सबसे अंतिम में कक्षा एक से पांच तक के स्कूलों को एक मार्च 2021 को खोला गया.
मालूम हो कि पिछले दस दिनों से कोरोना का संक्रमण फिर बढ़ने लगा है. इसको देखते हुए राज्य सरकार ने फिर से सभी स्कूल-कॉलेज को बंद करने का निर्णय लिया है. मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह और डीजीपी एसके सिंघल समेत कई आलाधिकारी आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में शामिल थे.
सार्वजनिक कार्यक्रम पर लगी रोक
बिहार में सार्वजनिक आयोजनों पर कुछ दिनों के लिए रोक लगा दी गई है. कोरोना संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक करने के बाद यह निर्देश पदाधिकारियों को दिया है. यह भी कहा है कि कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए आपदा प्रबंधन समूह स्कूलों को बंद रखने पर विचार करे.