मधेपुरा: गुरुवार को सिंहेश्वर प्रखंड के बैहरी पंचायत के कतराहा में शिव राजेश्वरी युवा सृजन क्लब कोसी प्रमंडल के बैनर तले छात्राओं को निशुल्क शिक्षा प्रदान करने के संकल्प के साथ "रजनी की पाठशाला" की शुरुआत की गई. इसकी शुरुआत क्लब के महासचिव सह पाठशाला के संस्थापक हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कोरोना से बचाव के एहतियात के बीच एक सादे कार्यक्रम के दौरान किया.
अपनी शादी की तीसरी सालगिरह पर स्मृति शेष बड़ी बहन के नाम पर "रजनी की पाठशाला" का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि क्लब के बैनर तले इस पाठशाला को शुरू करने का मूल उद्देश्य यह है कि ग्रामीण इलाकों की निर्धन परिवार की उन लड़कियों को शिक्षा से जोड़ा जाए जो इससे कोसो दूर हैंं. उन्होंने कहा कि 21 वीं सदी में आ जाने के बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का खास कर बालिका शिक्षा का हालात काफी गम्भीर हैं.
जिसका दुष्प्रभाव समाज व राष्ट्र के विकास के धीमी गति के रूप में भुगतना पड़ रहा है. लड़कियों को शिक्षा से जोड़ने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि लड़की के पढ़ने से पूरा परिवार व भावी पीढ़ी लाभान्वित होती है इसे सबको समझने की जरूरत है. इस अवसर पर उन्होंने अपील किया कि अन्य सक्षम लोगों को भी चाहिए कि अपने जीवन से जुड़े खास अवसरों जैसे सालगिरह, जन्मदिन, स्थापना दिवस आदि को समाज की जरूरतों से जोड़कर मनाए.
ज्ञातव्य हो कि इससे पहले भी अपनी सालगिरह व जन्मदिन पर राठौर दंपति ने असहाय व निर्धन छात्र छात्राओं को गोद ले लगातार उसे शिक्षा प्रदान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर पूरी तरह कोरोना से त्रस्त है हालात सामान्य होने पर रजनी की पाठशाला की क्लास विधिवत शुरू की जाएगी. उन्होंने कहा कि इसकी तैयारी बहुत पहले से जारी थी लेकिन कोरोना के कारण व्यवहारिक रूप से वर्ग शुरू नहीं किया जा सका.
मौके पर उन्होंने अपील किया कि कोरोना से बचाव के नियमों का पालन गम्भीरता से किया जाए जिससे हालात यथाशीघ्र सामान्य हो सके।इस मौके पर छात्रा काजल, आशा, प्रियंका व प्रीति ने कहा कि लड़कियों को निशुल्क शिक्षा देने के लिए शुरू किया गया रजनी की पाठशाला उनके लिए किसी वरदान जैसा है क्योंकि आर्थिक व परिवारिक परेशानियों के कारण दिली इच्छा होने के बाद भी गांव की लड़किया पढ़ाई नहीं कर पाती हैं लेकिन इसके शुरू होने से यह समस्या नहीं रहेगी.
उन्होंने कहा कि खासकर 'रजनी की पाठशाला' शाम में शुरू होने से यह सुविधा रहेगी कि घर के सारे काम करके पढ़ने में कोई व्यवहारिक व परिवारिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा. सबने कहा कि सबको बेसब्री से इंतजार रहेगा कि कोरोना से हालात सामान्य हो और वो पढ़ाई से जुड़ सके.
रजनी के पिता और शिक्षक रहे तेज प्रताप सिंह ने इस मौके पर कहा कि रजनी एक विलक्षण प्रतिभा की धनी छात्रा रही जिसके कई बड़े अरमान थे लेकिन लंबी बीमारी ने उसे असमय सबसे छीन लिया. ऐसे में उसके नाम पर रजनी की पाठशाला शुरू कर इस क्षेत्र की लड़कियों को निशुल्क शिक्षा की मुहिम शुरू करना उसके अधूरे सपने को पूरा करने के साथ सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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