मधेपुरा: कोरोना महामारी को लेकर देशभर में डर का माहौल बना हुआ है. कोरोना संकट में लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. दूसरी लहर आने के बाद कई जगहों पर फिर से लाकडाउन कर दिया गया है. तेजी बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के चलते रक्तदान शिविरों का आयोजन नहीं हो पा रहा है. ऐसे में अस्पतालों के ब्लड बैंकों में भी रक्त की कमी होने लगी है. दूसरी ओर स्वेच्छिक रक्तदान में भी काफी कमी हो गई है.
कोरोना संकट के चलते ब्लड बैंकों में रक्त की कमी होना शुरू हो गया है. इससे आपातकाल में जरूरतमंद मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कोरोना महामारी फैलने की वजह से जिले में रक्त एकत्रित करने के लिए समय-समय पर आयोजित होने वाले रक्तदान शिविरों का आयोजन पूर्ण रूप से बंद हो गया है. दूसरी ओर ब्लड बैंक में भी निश्चित अवधि तक ही रक्त को स्टोर कर रखा जा सकता है.
सदर अस्पताल ब्लड बैंक की स्टोरेज क्षमता 300 यूनिट की है. इस ब्लड बैंक में जहां पहले हर समय लगभग 100 यूनिट रक्त मौजूद होता था, वहीं रक्तदान नहीं होने से अब यहां मात्र 30 से 40 यूनिट ब्लड उपलब्ध रहता है. कोरोना काल में न तो ब्लड डोनेशन अभियान चल रहा और न ही डोनेर ब्लड बैंक पहुंच रहे हैं. ऐसी स्थिति में ब्लड बैंकों में ब्लड की कमी होना स्वभाविक है. जिससे किसी आपात स्थिति में निपटने में समस्या आ सकती है.
ब्लड बैंकों में हुई रक्त की किल्लत का सबसे अधिक असर रक्त कमी से जूझ रहे मरीजों पर देखने को मिल रहा है. ऐसी स्थिति में उन्हें रक्तदाता ढुंढने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. साथ ही गर्भवती महिलाओं की परेशानी भी बढ़ी है, जिसमें सर्जरी के मामलों में डिलीवरी के बाद रक्त की आवश्यकता होती है. हालाकि आपात स्थिति में ब्लड बैंक से मरीजों को रक्त उपलब्ध कराया जा रहा है. लेकिन आने वाले दिनों में ब्लड बैंक में रक्त की कमी फिर से गहरा सकती है.
आपात स्थिति में सामाजिक संस्था कर रहे मदद
कोरोना काल के समय में भी कुछ सामाजिक संस्था रक्तदान के लिए आगे आ रहे हैं. आपातकाल में जरूरतमंद लोगों को रक्तदाता उपलब्ध कराने का कार्य कर रही प्रांगण रंगमंच, श्रृंगी ऋषि सेवा मिशन, वन आवर एक प्रयास सहित अन्य संस्था से जुड़े लोग कर रहे हैं. ब्लड बैंक प्रभारी डॉ आर के पूरी ने बताया कि कोरोना काल में रक्तदान जरूर कम हो गया है.
लेकिन आपातकाल में किसी भी मरीज को रक्त की आवश्यकता होने पर समाज सेवा कि भावना रखने वाले लोगों के द्वारा रक्तदान करवाया जा रहा है. मरीज को रक्त की आवश्यकता के संबंध में जानकारी मिलते ही संबंधित ब्लड ग्रुप के रक्तदाता से संपर्क किया जाता है. जिनके द्वारा अस्पताल पहुंचकर रक्तदान किया जा रहा है. जिससे कोरोना काल में रक्त की कमी के चलते लोगों को भटकना न पड़े.