सहरसा: पिछले दिनों कोरोना से जंग जीतने के बाद मानवसेवा के लिए होम आइसोलेशन में रहते हुए ही कोरोना से संक्रमित मरीजों की सेवा के लिए समर्पित हो गए हैं. रक्तदान जागरूकता सेवा समिति सहरसा के संस्थापक गणेश कुमार भगत पिछले दिनों कोरोना वायरस के शिकार हो गए थे लेकिन बिना देर किए सही उपचार कर वे कोरोना से जंग जीत चुके हैं और अब होम आइसोलेशन में रहकर ही कोराना से संक्रमित मरीजों की सेवा के लिए समर्पित हो गए हैं.
उन्होंने कहा कि मुझसे पहले मेरा देश है. कोराना हारेगा, देश जीतेगा. जागरुकता अभियान के साथ-साथ आत्मविश्वास को कायम रखते हुए गणेश कोरोना मरीजों को ऑक्सिजन की सेवा पहुँचा रहे हैं. सहरसा जिले के बैजनाथपुर निवासी उमेश प्रसाद यादव की माँ हीरा देवी उम्र 90 वर्ष एवं पिता मुनिलाल यादव उम्र 105 वर्ष 18 मई को अस्वस्थ हो गए. जिसके बाद परिवार के सदस्य शंभू यादव के द्वारा जानकारी मिलने पर गणेश ने अपने निजी वाहन से सदर अस्पताल सहरसा पहुँचाया.
कोराना की जांच करवाने के बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आया. डॉक्टर ने होम आइसोलेशन की सलाह दी. जानकारी मिलते ही प्राथिमक स्वास्थ्य केंद्र सौर बाजार की जांच टीम ने परिवार के सभी सदस्यों की जांच की. परिवार के सभी सदस्य सुरक्षित हैं. गणेश कुमार भगत अपने सामर्थ्यानुसार सुबह-शाम पीपीई कीट पहन कर संक्रमित मरीजों की सेवा में समर्पित हैं. वे आम जनों से अपील करते हैं कि वे अपने जानने वालों को सकारात्मक ऊर्जा देकर उनके आत्मविश्वास को बनाए रखें.
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