कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नगर अध्यक्ष डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि वर्ष 2019 में राष्ट्रीय स्तर पर औसतन 67 प्रतिशत मतदान हुआ. लेकिन बिहार का प्रतिशत मात्र 57 है. इधर वर्ष 2024 में संपन्न हुए दो चरणों के चुनाव में मतदान का प्रतिशत अपेक्षाकृत कम रहा है. लेकिन आशा है कि आगामी 7 मई को मधेपुरा में रिकार्ड तोड़ मतदान होगा. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए मतदान का प्रतिशत बढ़ाना आवश्यक है. इसके लिए जिला प्रशासन एवं विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा भी लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. एम. एड. विभागाध्यक्ष डॉ. एस. पी. सिंह ने कहा कि शिक्षक को राष्ट्र-निर्माता माना जाता है. उनकी यह महती जिम्मेदारी है कि वे लोकतंत्र को मजबूत बनाने में अपना योगदान दें. बी. एड. विभागाध्यक्ष डॉ. सुशील कुमार ने कहा कि भारत युवाओं का देश है. युवाओं को बढ़-चढ़कर मतदान में भाग लेना चाहिए.
कार्यक्रम का संचालन करते हुए बीएनएमयू के सीनेटर सह परिषद् के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डॉ. रंजन कुमार ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा एवं पहला लोकतंत्र है. इंग्लैंड एवं अमेरिका में लोकतंत्र आने के वर्षों पहले हमारे बिहार में गणतंत्र कायम था. अब हमें बिहार को मतदान में भी सबसे आगे लाना है. धन्यवाद ज्ञापन करते हुए प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आमोद आनंद ने कहा कि युवाओं के ऊपर ही समाज एवं राष्ट्र के निर्माण की जिम्मेदारी है. इसलिए यह जरूरी है कि ज्यादा-से- ज्यादा युवा मतदान में भाग लें और लोकतंत्र को मजबूत बनाएं. परिषद् के विभाग संयोजक सौरभ यादव ने बताया कि परिषद् द्वारा बिहार के विभिन्न महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए लगातार जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है. बीएनएमयू के विभिन्न महाविद्यालयों में भी लगातार कार्यक्रम हो रहे हैं.इस अवसर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्, उत्तर बिहार कार्यालय द्वारा जारी एक पर्चा भी वितरीत किया गया. इसमें यह अपील की गई है कि अपना वोट विश्व में भारत को सर्वोच्च स्थान पर ले जाने के लिए तथा देश को आर्थिक समृद्ध बनाने के लिए दें. इस अवसर पर कई नारे लगाए गए. इनमें 'नेशन फर्स्ट -वोटिंग मस्ट', 'देश के लिए मतदान', 'मतदान करना एक बड़ी जिम्मेदारी अबकी बार 18 की बारी', 'मधेपुरा है तैयार, मतदान करेंगे सब इस बार' एवं 'युवा, बुजुर्ग, महिला, किसान सबसे पहले करें मतदान' आदि नारे शामिल थे. कार्यक्रम के अंत में सबों को मताधिकार का प्रयोग करने की शपथ दिलाई गई. "हम, भारत के नागरिक लोकतंत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए यह शपथ लेते है कि हम अपने देश की लोकतांत्रिक परम्पराओं की मर्यादा को बनाये रखेंगे तथा स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण रखते हुए, भयमुक्त होकर, धर्म, वर्ग, जाति, समुदाय, भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचनों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगें."
इस अवसर पर एम. एड. विभाग के डॉ. चंद्रधारी यादव, डॉ. प्रिंस फिरोज अहमद, डॉ. माधुरी कुमारी, डॉ. शैलेश कुमार, डॉ. पवन कुमार, डॉ. राम सिंह यादव, डॉ. वीर बहादुर, डॉ. विशाखा कुमारी, डॉ. रूपा कुमारी, डॉ. अंजु प्रभा, संगठन मंत्री शंकर कुमार, शोधार्थी सौरभ कुमार चौहान, संतोष कुमार आदि उपस्थित थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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