मधेपुरा
बुधवार से वासंती नवरात्र शुरू हो गई है. कोरोना के कारण इस बार भक्त सादगी के साथ मां की आराधना करते नजर आ रहे हैं. घर में जो सामग्री है, उससे ही पूजा-अर्चना कर रहे हैं. शहर के बड़ी दुर्गा मंदिर एवं खेदन बाबा चौक स्थित चैती दुर्गा मंदिर के अलावा घरों में भी कलश स्थापना की गई है. वासंतिक नवरात्र को लेकर भक्तों में उल्लास है.
हालांकि कोरोना के कारण सामूहिक रूप से चैती दुर्गा पूजा आयोजित नहीं किया जा रहा है. श्रद्धालु अपने घर में ही मां अम्बे की पूजा-अर्चना कर रहे हैं. सरकार के आदेश के बाद मंदिर में पुजारी व पूजा समिति से जुड़े दो-चार लोग ही शामिल हैं. लोगों को मंदिर में जाने पर रोक है.
खेदन बाबा चौक स्थित चैती दुर्गा मंदिरों में न ही पंडाल बनेगा और न ही साज-सज्जा होगी और न ही रामनवमी के दिन जुलूस निकाला जाएगा. तीन अप्रैल को विजयादशमी है. इन नौ दिनों में मां के नौ रूपों की पूजा-अर्चना के साथ श्रद्धालु व्रत रखेंगे. नवरात्र के पहले दिन बुधवार को मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना हुई.
कोरोना वायरस को लेकर शहर के लोग दशहत में हैं. लॉकडाउन होने से मेडिकल स्टोर, किराना दुकान, जनवितरण प्रणाली, पेट्रॉल पंप व अन्य जरूरतों की सामग्री के अलावा अन्य सभी दुकाने बंद हैं. जिससे श्रद्धालुओें को पूजन सामग्री मिलने में दिक्कत हो रही है.
बड़ी दुर्गा मंदिर के पूजा समिति सदस्य राजेश कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से समिति को प्राप्त निर्देशों का पालन किया जा रहा है. पहली पूजा से लेकर दसवीं पूजा तक मंदिर में विधिवत पूजा-पाठ होगी.