मधेपुरा: कोसी के मालवीय कीर्ति नारायण मंडल की जयंती व पुण्यतिथि पर मतभेद के समाधान को लेकर वाम छात्र संगठन एआईएसएफ के राज्य उपाध्यक्ष सह बीएनएमयू प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने सोमवार को टीपी कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो केे. पी यादव से मुलाकात कर एक मांगपत्र सौंपाा.
सौंपे मांगपत्र में छात्र नेता राठौर ने कहा कि लंबे प्रयास के बाद महाविद्यालय में महामना कीर्ति बाबू की जयंती का आयोजन होना एक सुखद संकेत है लेकिन टीपी कॉलेज में उनके स्मारक पर अंकित जयंती व पुण्यतिथि की तारीख क्रमश सात अगस्त और सात जुलाई पर संगठन को ऐतराज है, क्योंकि पूर्व में जिले के विभिन्न महाविद्यालयों सहित अनेकों संगठन द्वारा उनकी जयंती 18 मार्च को और पुण्यतिथि 7 मार्च को मनाई जाती रही हैै.
कोशी में उच्च शिक्षा के अलख जगाने वाले अनेकानेक शिक्षण संस्थाओं संस्थापक कीर्ति बाबू जैसे महामानव के जयंती व पुण्यतिथि पर मतभेद समाज के लिए शुभ संकेत नहीं है, क्योंकि इससे लोगों में असमंजस्य के हालात बने रहेंगे. इस दौरान छात्र नेता राठौर ने साक्ष्य प्रस्तुत करते हुए आश्चर्य व्यक्त किया कि पार्वती व टीपी कॉलेज में उनके कार्यकाल में ही अंकित तिथि में समानता नहीं है.
इस पर तुरन्त संज्ञान लेते हुए प्रधानाचार्य ने कीर्ति बाबू के पुत्र से संपर्क कर समस्या का समाधान किया जिसमें उन्होंने परिवार द्वारा संग्रहित डायरी के आधार पर बताया कि उनकी जयंती सात अगस्त और पुण्यतिथि सात मार्च को है. प्रधानाचार्य के. पी यादव ने संगठन को आश्वस्त किया कि टीपी कॉलेज में स्थित कीर्ति बाबू के स्मारक पर अंकित उनके पुण्यतिथि सात अप्रैल को सुधारकर जल्द ही सात मार्च किया जाएगा.
इस अवसर पर राठौर ने मांग किया किया कि उनकी जयंती को महाविद्यालय एनुअल डे घोषित करते हुए उनके नाम पर महाविद्यालय के वार्षिक सम्मान के रूप में "कीर्ति रत्न" की शुरुआत करें जिससे प्रतिभाओं को सम्मान भी मिलेगा और उनके बारे में जानने का सुअवसर भी प्राप्त होगा. जिसे प्रधानाचार्य ने सहर्ष स्वीकार करते हुए इसे महाविद्यालय के हित में जल्द ही शुरू करने की बात कही. लगभग एक घंटे तक चली वार्ता में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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