इस बावत डाॅ. रहमान ने सभी स्नातकोत्तर विभागाध्यक्षों को पत्र जारी कर एक फरवरी तक उनके विषय में योग्य शोध पर्यवेक्षकों की सूची और उनके अधीन पी-एच. डी. सीट की रिक्तियों की जानकारी मांगी है. उन्होंने बताया कि यूजीसी शोध अधिनियम के अनुसार विभागाध्यक्षों को ही इस कार्य का संपादन करना है. सामान्यतः प्रकाशित रिक्तियों में कोई परिवर्तन नहीं होगा.
जिन शोध पर्यवेक्षकों के अधीन रिक्तियाँ प्रकाशित की जाएँगी, उनके लिए आवंटित शोधार्थियों का पर्यवेक्षक बनना अनिवार्य होगा. उन्होंने बताया कि गत दिनों विद्वत परिषद् की बैठक में भी शीघ्र पीएटी-2020 के आयोजन का निर्णय लिया गया था. ऐसे में सभी विभागाध्यक्षों से अपेक्षा की जाती है कि वे इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देंगे, ताकि ससमय सुचारू ढंग से यह कार्य संपादित की जा सके और विद्यार्थियों को शोध का अवसर मिल सके.
उन्होंने बताया कि शीघ्र ही विषय-वार रिक्तियाँ, पाठ्यक्रम, परीक्षा शुल्क, परीक्षा तिथि आदि की जानकारी विश्वविद्यालय की वेबसाइट www. bnmu.ac.in पर प्रकाशित की जाएगी.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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