शिक्षक बनना सबसे बड़ी सेवा है: प्रधानाचार्य - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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17 मार्च 2021

शिक्षक बनना सबसे बड़ी सेवा है: प्रधानाचार्य

मधेपुरा: टीपी कॉलेज के शिक्षा शास्त्र विभाग में वर्तमान समय में शिक्षा के स्तर में गिरावट एवं निवारण विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. संगोष्ठी का शुभारंभ टीपी कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. के पी यादव ने किया. उन्होंने कहा कि आज के समय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा चुनौती बन चुकी है. उन्होंने कहा कि भूमंडल पर शिक्षा से बड़ा दान कोई दूसरा नहीं है. शिक्षक बनना सर्वोपरि होता है, क्योंकि शिक्षक ही राष्ट्र निर्माता होते हैं. 

उन्होंने कहा शिक्षा में गिरावट तो आई है लेकिन उसके समाधान के लिए हर एक व्यक्ति अपने अंतर्मन से विचार कर से दूर कर सकते हैं. उन्होंने कहा बीएड के शिक्षक और छात्र-छात्राएं समाज निर्माण में अपनी अहम भूमिका का निर्वहन करें. संगोष्ठी के मुख्य अतिथि डॉ. संजय कुमार परमार ने कहा कि भारतीय शिक्षा के गिरावट का कारण मैकाले शिक्षा पद्धति है. 
उन्होंने कहा भारतीय शिक्षा संस्कृति मामले में आदिकाल से ही समृद्ध रहा है. लेकिन अभी स्थिति कुछ और बन चुकी है. डाॅ. परमार ने कहा कि शिक्षा के स्तर में गिरावट के समाधान के लिए शिक्षक, छात्र और अभिभावकों को अपने कर्तव्यों का इमानदारी पूर्वक निर्वहन करना चाहिए. उन्होंने बीएड के छात्र अध्यापक से कहा के छात्रों में चरित्र निर्माण कर उसे देश के सबल नागरिक बनने में सहयोग करें. 

कार्यक्रम की अध्यक्षता बीएड विभागाध्यक्ष डॉ. जावेद अहमद ने की. जबकि संचालन डाॅ. नदीम अहमद अंसारी ने किया. समारोह में छात्रों ने कहा शिक्षा अंत तक चलने वाली प्रक्रिया है. शिक्षा का अर्थ मात्र स्कूली शिक्षा नहीं है. उन्होंने शिक्षकों को सम्मान देने की जरूरत पर बल दिया. छात्रों ने कहा जिस देश में कृष्ण और सुदामा एक स्कूल में पढ़ाई की आज उसी देश में शिक्षा की क्या स्थिति बन गयी है.  
शिक्षा व्यक्तित्व निर्माण का माध्यम होता है. शिक्षकों को पूरे कर्तव्य के साथ बच्चों को आगे बढ़ाने की का प्रयास करना चाहिए. संगोष्ठी में ऋषभ कुमार झा, आनंद कुमार, विनय कुमार, रिसिका राज, सुप्रीत कौर, प्रकाश कुमार ने भी अपने बातें कही. मौके पर आशुतोष कुमार झा, विनीत कुमार, विकास आनंद, अमित कुमार, कुंदन कुमार सिंह, सुप्रीता कुमारी, उदित कुमार, विवेकानंद, गोविंद कुमार, कुंजन लाल पटेल, रानी, मनीष कुमार व अन्य मौजूद थे. 
(रिपोर्ट:- ईमेल) 
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