मृतक के पिता पूर्व प्रमुख सिकेन्द्र यादव ने थाना में दिए आवेदन में बताया है कि त्रिभुवन यादव, सरोज कुमार और रामप्रवेश कुमार शनिवार की रात कार पर सवार हो उनके दरवाजे पर पहुंचे और अनुज को मांस खाने के लिए साथ चलने को कहा. अनुज ने खाना खाने के समय आने के बात कहकर उन तीनों को वापस कर दिया. उसके बाद फिर अनुज को फोन कर खाना तैयार होने की बात की तो अनुज खाने के निकल गया. इसके बाद साढ़े सात बजे अनुज के मोबाइल पर दो बार कॉल किया लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुआ. बाद में उसका मोबाइल स्विच ऑफ बताने लगा.
जब रामप्रवेश के मोबाइल पर फोन किया तो उसने अनुज के विषय में कोई ठोस जानकारी नहीं दी. थोड़ी देर बाद त्रिभुवन यादव ने फोन कर बताया कि अनुज बंसबिट्टी के पास बाइक से दुर्घटना का शिकार हो गया है. घटना स्थल के पास पंहुचे तो अनुज जमीन पर पड़ा था. अनुज के तीनों दोस्तों के अलावा चार अज्ञात लोग वहां मौजूद थे. जब परिजनों ने तीनों पर हत्या का आरोप लगाया तो सभी स्कार्पियो पर सवार होकर भाग निकले.
उन लोगों ने एक कार को घटना स्थल पर छोड़ गए जिसे आक्रोशित लोगों ने आग के हवाले कर दिया. परिजन अनुज को सहरसा के निजी अस्पताल ले गए लेकिन डॉक्टरों ने देखते ही उसे मृत घोषित कर दिया. पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया. इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार ने बताया कि मामले की छानबीन शुरू कर दी गयी है. आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा.
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