मधेपुरा: वाम छात्र संगठन एआईएसएफ की बीएनएमयू इकाई द्वारा लंबे समय से लगातार शिक्षा शास्त्र विभाग में संकायाध्यक्ष नियुक्ति की मांग उठाने के बाद खाली पड़े संकायाध्यक्ष के पद पर बीएनएमयू द्वारा अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय सहरसा के प्राचार्य डॉ इमतियाज आलम को संकायाध्यक्ष बनाये जाने पर एआईएसएफ ने विश्वविद्यालय को बधाई देते हुए देर से ही सही सकारात्मक कदम बताया. एआईएसएफ ने विगत समय में लगातार मांग किया कि जिन संकायों में पीजी तक की पढ़ाई होती है उसमें डीन के नेतृत्व में उससे सम्बन्धित फैसले लिए जाते हैं लेकिन बीएनएमयू के शिक्षा संकायाध्यक्ष के बिना ही विभागों का संचालन हो रहा है जिसका परिणाम ही है कि बीएनएमयू अन्तर्गत संचालित शिक्षा शास्त्र विभागों का नाम लगातार विवादों के दलदल में धंसते जा रहा है.
नामांकन, परीक्षा, परिणाम, भवन निर्माण, शिक्षक नियुक्ति, शिक्षकों के कम वेतन, वेतन में लेट लतीफी को लेकर उपजे विवाद, उच्च न्यायालय में लटके कई मामले, कोर्ट में हुई फजीहत का हवाला देते हुए अविलंब संकायाध्यक्ष की नियुक्ति की मांग उठाई थी. वहीं राठौर ने विगत के वर्षों में बिना डीन के ही शिक्षा संकाय से जुड़े लिए फैसलों पर भी सवाल खड़े किए थे. इस पर राठौर ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि आखिर किस नियम के तहत बिना संकायाध्यक्ष के काम हो रहे हैं.
संगठन की मांग पर संज्ञान ले संकायाध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर राठौर ने संगठन की ओर से जहां कुलपति का आभार व्यक्त किया वहीं नव नियुक्त संकायाध्यक्ष डॉ इमतियाज आलम को बधाई देते हुए उम्मीद व्यक्त किया कि विश्वविद्यालय स्तर पर उनके कुशल नेतृत्व में शिक्षा शास्त्र विभाग के दिन बहुरेंगे विशेषकर बीच के दिनों में उपजे विवादों का निपटारा कर नए सिरे से विभागों में रौनकता आएगी वहीं शिक्षकों के वेतन में लेट लतीफी व अन्य दिक्कतों का भी जल्द समाधान भी होगा. साथ ही सम्बन्धित विभाग से जुड़े होने के कारण उनके अनुभव का लाभ भी विश्वविद्यालय स्तर पर संचालित सभी बीएड व एमएड विभागों को प्राप्त होगा.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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